-मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी से छीना डेंगू का मुद्दा
-हाथ पर हाथ धरे बैठा भाजपा नेतृत्व, सियासत में पिछड़ी बीजेपी
-सियासी मैदान में भाजपा से आगे निकली आम आदमी पार्टी
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
राजधानी के सियासी मैदान में दिल्ली भाजपा अपने विरोधी दल आम आदमी पार्टी के सामने पिछड़ती जा रही है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वालों के लिए सरकारी खजाना खोल दिया है। दिल्ली वालों को बिजली, पानी, डीटीसी और दिल्ली मेट्रो में छूट के ऐलान के साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा दांव खेला है। इन मुद्दों पर दिल्ली बीजेपी अब भी असमंजस की स्थिति में बनी हुई है। भाजपा को यह मुद्दे न तो उगलते बन रहे हैं और निगलते।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली भाजपा से डेंगू-चिकनगुनिया जैसा मुद्दा भी छीन लिया है। बता दें कि पिछले तीन साल में डेंगू-चिकनगुनिया के मामलों में गिरावट आई है। जल एवं मच्छर जनित बीमारियों से रोकथाम का काम दिल्ली के तीनों नगर निगमों का है। तीनों ही नगर निगमों में भाजपा की सत्ता है। लेकिन नगर निगम के नेता अपने नेताओं की गणेश परिक्रमा में जुटे रहे और प्रदेश भाजपा नेतृत्व अपनी मजबूरियों में व्यस्त रहा। यही कारण है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव की आहट के बावजूद भाजपा नेता अपने ही निगमों द्वारा किए गए कामों को नहीं भुना सके।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डेंगू-चिकनगुनिया के मामलों में आई गिरावट के मुद्दे को भाजपा से छीन लिया। पार्टी के नेता अब खुद ही दबी जुबान में स्वीकार कर रहे हैं कि निगम के नेताओं और प्रदेश भाजपा नेतृत्व की वजह से पार्टी केजरीवाल के सामने बैकफुट पर आ गई है। पार्टी नेतृत्व की ओर से आनन-फानन में निगम के नेताओं और पार्षदों को आदेश दिया गया है कि डेंगू और चिकनगुनिया के मुद्दे पर अपनी सफाई दी जाए और केजरीवाल सरकार को घेरने की कोशिश की जाए। अब देखना यह है कि प्रदेश भाजपा और तीनों निगमों के नेता मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बनाए चक्रव्यूह को भेद पाते हैं या नहीं।