-दलित विरोधी हैं केजरीवाल और उनकी पार्टी, पिछले 6 महीने से दलित पार्षद को नहीं बनने दिया महापौरः रामवीर बिधूड़ी
-पिछले 21 महीनों से आप ने रोक रखा है स्टैंडिंग कमेटी के गठन का कामः कमलजीत सहरावत
-चुनाव में अपने पार्षदों की क्रॉस वोटिंग की आशंका से डरे अरविंद केजरीवाल, चुनाव का किया बहिष्कारः प्रवीण शंकर
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली, 27 सितंबर।
भारतीय जनता पार्टी सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी एवं कमलजीत सहरावत ने शुक्रवार को हुए नगर निगम की स्टेंडिंग कमेटी के एक सदस्य के चुनाव को लोकतंत्र की जीत बताया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी पिछले 2 सालों से लोकतंत्र की हत्या कर रही थी जिसमें शुक्रवार को विफल रही। इस दौरान नगर निगम में नेता विपक्ष राजा इकबाल सिंह और मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर एवं चुनाव जीते सुंदर सिंह तंवर भी मौजूद रहे।
सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि आम आदमी पार्टी आज स्थाई समिति चुनाव से भाग खड़ी हुई और दिल्ली की महापौर ने खुद चुनाव की घोषणा की पर जब चुनाव की बात आई तो वह भाग खड़ी हुई। केजरीवाल पहले जेल से आये तो पार्टी लोकसभा चुनाव में साफ हो गई, अब फिर जेल से आये तो अपनी सरकार एवं नगर निगम भी खो बैठे हैं। अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी दलित विरोधी हैं, वह पिछले 6 महीने से किसी दलित पार्षद को महापौर नहीं बनने दे रहे हैं।
बीजेपी सांसद कमलजीत सहरावत ने कहा कि दिसंबर 2022 से ही यह तय था कि महापौर आम आदमी पार्टी का बनेगा और स्टैंडिंग कमेटी भारतीय जनता पार्टी के पास होगी। लेकिन चुनाव करते करते हाउस के अंदर इतना हल्ला किया गया जो भारतीय इतिहास में कभी नहीं देखा गया था और उग्र व्यवहार के बाद उन्होंने मारपीट भी की। यह काफी शर्मनाक है कि 1 साल 10 महीना बीतने के बाद भी शैली ओबेरॉय आज भी मेयर पद पर बनी हुई हैं जबकि नियम के हिसाब से इस वक्त दलित समाज से कोई मेयर बनना चाहिए था। इसलिए आम आदमी पार्टी दलितों के अधिकार को भी मारने का काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि शैली ओबेरॉय एक डमी महापौर हैं उन्हें कोई भी फैसला लेने का अधिकार नहीं है। वह सिर्फ मोबाइल फोन पर आए हुए मैसेज को पढ़ने का काम करती हैं। बहुत देर से ही सही लेकिन स्टैंडिंग कमेटी को 18 मेंबर मिल गए हैं इसलिए हमें आप उम्मीद है कि आगे दिल्ली नगर निगम दिल्ली के विकास कार्यों पर ध्यान देगी।
दिल्ली बीजेपी मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि आम आदमी पार्टी निराश है और हताश है। क्योंकि 21 माह में 11 पार्षद पार्टी छोड़ चुके हैं और गुरूवार को जब उन्होने पार्षदों की बैठक बुलाई तो अनेक पार्षद गायब थे। स्थाई समिति चुनाव में अपने पार्षदों की क्रास वोटिंग की आशंका से डरे अरविंद केजरीवाल ने स्थाई समिति चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा नगर निगम में एक सीधा स्क्रिप्ट लिखी जाती है और जब भी उनका प्रोग्राम फेल होता है तब वह रोना शुरू कर देते हैं या यूटर्न ले लेते हैं। स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में कई रूकावटे पैदा करने का काम किया और 18 मेंबर की कमिटी को डिक्लियर करने में 21 महीने लगा दिया गया। उन्होंने कहा कि जिस चुनाव को ये असंवैधानिक बता रहे थे उसी में यह अगले दिन शामिल होते हैं। आज दिल्ली के अंदर कूड़े का पहाड़ जमा हुआ है और 4000 टन का कूड़ा प्रतिदिन जमा हो रहा है जबकि जितने कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट पर थे उनके कॉन्ट्रैक्ट पिछले महीने समाप्त हो गए हैं।