-बड़ा सवालः अनुभव पर जुगाड़ पड़ेगा भारी या फिर किसी पुराने नेता को मिलेगी जिम्मेदारी
-सवा चार महीने बीत जाने के बावजूद तय नहीं हो पाया नगर निगम में बीजेपी पार्षद दल के नेता का नाम
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 18 अप्रैल, 2023।
दिल्ली नगर निगम (MCD) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पार्षद दल (Leader of Oppsition) के नेता का इंतजार लगातार लंबा होता जा रहा है। स्थिति यह हो गई है कि अब पार्टी के निगम पार्षदों की दिलचस्पी भी खत्म होती जा रही है। स्थिति तब और हास्यास्पद हो गई थी, जब पिछले दिनों बजट चर्चा के लिए बुलाई गई सदन की बैठक में नेता सदन मुकेश गोयल ने बीजेपी नेताओं की खिल्ली उड़ाते हुए कह दिया कि वह किसको विपक्ष का नेता कहें।
बता दें कि 4 दिसंबर, 2022 को निगम चुनाव के बाद 7 दिसंबर 2022 को नतीजे आ गये थे। नतीजे आने के साथ ही तय हो गया था कि दिल्ली नगर निगम में बीजेपी को विपक्ष में बैठना पड़ेगा। इसी के साथ नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष के नाम तय करने की कवायद शुरू हो गई थी। आम आदमी पार्टी (AAP) ने मेयर (Mayor) के चुनाव के लिए बुलाई गई 6 जनवरी को पहली बैठक से पहले ही सबसे अनुभवी निगम पार्षद मुकेश गोयल (Mukesh Goyal) को नेता सदन (Leader of the House) घोषित कर दिया था। लेकिन बीजेपी सवा चार महीने बीत जाने के बावजूद नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा नहीं कर पाई है।
बीजेपी नेताओं में सबसे बड़ा सवाल यह उठ रह है कि नेता प्रतिपक्ष के लिए अनुभव और वरिष्ठता को महत्व दिया जायेगा या फिर जुगाड़ चलेगा। अनुभव की बात करें तो ऐसे पांच लोग हैं जो बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़कर तीसरी बार पार्षद बने हैं। इनमें रेखा गुप्ता, प्रवेश वाही, सत्या शर्मा, जयभगवान यादव और नीमा भगत के नाम शामिल हैं। जबकि दूसरी बार चुनकर पार्षद बने नेताओं की संख्या करीब डेढ़ दर्जन के आसपास है।
प्रदेश बीजेपी में चर्चा है कि दूसरी बार पार्षद चुनकर आई महिला नेता कमलजीत सहरावत को पहले ही स्थायी समिति में भेज दिया गया है। मामला भले ही कोर्ट में है। अतः नेता सदन के की कमान दूसरी बार ही चुनकर आई शिखा राय को दी जा सकती है। हालांकि पार्टी ने शिखा राय को आप की शैली ओबरॉय के सामने मेयर के चुनाव में उतार दिया है। कहा जा रहा है कि मेयर के चुनाव के बाद उन्हें नेता प्रतिपक्ष की कमान सोंपी जा सकती है। लेकिन इसी तरह की बातें पिछली बार मेयर का चुनाव लड़ चुकी रेखा गुप्ता के बारे में भी कही जा रही थीं।
इन दोनों नेताओं के अलावा कई ऐसे पार्षद हैं जो दूसरी बार चुनाव लड़कर आये हैं और नेता सदन की दावेदारी में हैं। इनमें करावल नगर से दूसरी बार निगम पार्षद बने मास्टर सत्यपाल सिंह, बराबर की सीट से दोबारा चुनकर आये पुनीत शर्मा, दूसरी बार पार्षद बने संदीप कपूर के अलावा उत्तरी दिल्ली के मेयर रह चुके राजा इकबाल सिंह और अशोक विहार से चुनकर आये योगेश वर्मा भी नेता सदन पद के प्रमुख दावेदार हैं।