-मुख्यमंत्री केजरीवाल पर बीजेपी-कांग्रेस का सियासी हमला
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी की ओर से गारंटी कार्ड जारी किया। इस पर सियासी वार करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने इसे झूठ की गारंटी करार दिया। दूसरी ओर कांग्रेस ने इसे जुमला कार्ड का नाम दिया है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी के गारन्टी कार्ड को अगले पांच साल के लिए दिल्ली की जनता को बोले जाने वाले दस झूठ बताया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता अपने मुख्यमंत्री से जानना चाहती है कि वो दस कामों की गारन्टी देने से पहले उन 70 वादों का हिसाब दें जो उन्होनें वर्ष 2015 के चुनाव में दिल्ली की जनता से किये थे। वादे करना और उन्हें पूरा करने में अन्तर होता हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दिल्ली की जनता से 70 वादे तो किये लेकिन जब पूरा करने की बारी आयी तो और नये वादे करके जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी की कथनी और करनी में कितना बड़ा फर्क है वो इस बात से समझा जा सकता है कि वो घोषणा पत्र जारी करने से पहले उन कामों की गारन्टी दे रही है जो उन्होनें अपने पांच साल के कार्यकाल में नहीं किये। इससे स्पष्ट होता है कि आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव में अपनी हार को सामने देख कर डर रही है।
मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल के गारन्टी कार्ड में बिजली का मुद्दा सबसे पहले है और मुख्यमंत्री जनता को बताएं कि 200 यूनिट मुफ्त बिजली वाली बात कहने वाले मुख्यमंत्री ने बिजली कम्पनियों को मार्च तक ही बिजली मुफ्त देने का आदेश क्यों दिया है? तारों के जंजाल को हटाने की गारन्टी देने वाले केजरीवाल बताएं कि यह काम पांच साल में क्यों नहीं हुआ? यदि तारों का जंजाल समय रहते हटा दिये जाते तो दिल्ली में हो रही आग लगने की दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती थी। पानी की गारन्टी देने वाले जनता को बताएं कि वो दिल्ली में स्वच्छ पीने का पानी कितनी जगहों पर दे पाये हैं। जनता पीने का पानी मांग रही है मुफ्त देने का आश्वासन व गारन्टी मुख्यमंत्री 2015 में भी बांट रहे थे और आज भी बांट रहे हैं। शिक्षा को लेकर क्रांतिकारी परिवर्तन की बात करने वाले मुख्यमंत्री बताएं कि 500 नये स्कूल और 20 नये कॉलेज दिल्ली में कहां है? हर नागरिक को मुफ्त ईलाज का दावा करने वाले पहले मौहल्ला क्लीनिक और फिर दिल्ली सरकार के अस्पतालों की हालत पांच साल में क्यों नहीं सुधार पाये। जनता को बताएं कि क्यों उन्होनें केन्द्र सरकार की जनकल्याणकारी आयुष्मान भारत योजना के लाभ से दिल्ली की जनता को आज तक वंचित रखा हैं।
दूसरी ओर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा है कि अपनी संभावित हार से हताश और निराश आम आदमी पार्टी ने गांरटी कार्ड जारी करके दिल्ली के लोगों को गुमराह करने का असफल प्रयास किया है। चोपड़ा ने इसे ‘जुमला कार्ड’ करार दिया। सुभाष चोपड़ा ने केजरीवाल द्वारा गांरटी कार्ड में किए गए 10 वायदों की कलई खोलते हुए कहा कि एक ओर केन्द्र व दिल्ली सरकार हाई टेन्शन लाईन के अन्तर्गत आने वाली अनाधिकृत कालोनियों को धारा 7ए के तहत नियमन से बाहर रख रही है, वहीं दूसरी ओर अब जनता के विरोध को देखते हुए फिर हाईटेन्शन के नाम पर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में एक भी नया विश्वविद्यालय केजरीवाल सरकार ने नहीं बनाया, जबकि 20 कालेज खोलने का वायदा किया था।
सुभाष चोपड़ा ने कहा कि दिल्ली को दूषित पानी पिलाने वाले केजरीवाल, कांग्रेस की कैश बैक योजना को मिले भारी समर्थन से बौखला कर आज पानी की बात कर रहे हैं बल्कि सच तो यह है कि आज अनाधिकृत कालोनियों में पीने का पानी उपलब्ध ही नहीं है। न ही इन्होंने पानी का कोई नया ट्रीटमेन्ट प्लांट बनाया गया है और न ही यूजीआर। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में एक भी नया अस्पताल न बनाने वाली केजरीवाल सरकार ने अब भी नया अस्तपाल बनाने की बात न कहकर अपने इरादों को साफ कर दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने दिल्ली में चरमराई सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के लिए केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि आज 3200 से ज्यादा बसें सड़कों से हट गई हैं। जो इस केजरीवाल सरकार के लिए शर्मनाक है और आज उन्हें बसें खरीदने की बात याद आ रही है। क्योंकि कांग्रेस ने आंकड़ों के साथ केजरीवाल सरकार को बेनकाब किया था। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली मेट्रो के तीसरे चरण का काम 3 साल पीछे चल रहा है और चौथे चरण का काम 5 साल पीछे चल रहा है। केजरीवाल लोगों को झूठा दिलासा क्यों दे रहे हैं।