-विजिलेंस ने घंटों पूछताछ के बाद देर रात को छोड़ा, विधायक की गाड़ी से बरामद हुई रिश्वत की रकम, पीए को लिया हिरासत में
जे.के. शुक्ला/ बठिंडाः 16 फरवरी, 2023।
पंजाब के बठिंडा से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक (MLA) अमित रतन कोटफत्ता (Amit Ratan Kotfatta) को रिश्वत लेने के आरोप में लंबी पूछताछ के बाद विजिलेंस (Vigilance) ने छोड़ दिया है। विधायक के करीबी रिशम सिंह को विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार कर लिया गया है। विधायक से भी विजिलेंस की टीम ने बठिंडा के सर्किट हाउस में देर रात तक पूछताछ की थी। इसके बाद विधायक कोटफत्ता ने कहा कि रिशम सिंह उनका पीए नहीं है। विजिलेंस ने भी इस बारे में कहा कि इस केस में रिशम सिंह को पकड़ा गया है।
बता दें कि विधायक कोटफत्ता बठिंडा के सर्किट हाउस पहुंचे थे। गांव घुद्दा की महिला सरपंच के पति से पंचायत का बिल पास करने के बदले खुद को विधायक का पीए बताने वाले रिशम सिंह ने यह रिश्वत ली थी। विजिलेंस टीम ने दोनों को ट्रैप कर हिरासत में ले लिया था। रिश्वत में दी गई रकम भी विधायक की गाड़ी से बरामद हो गई है। बताया जा रहा है कि जिस समय रिश्वत में ली गई 4 लाख रूपये की रकम रिशम सिंह ने गाड़ी में रखी थी, उस समय विधायक भी वहीं पर मौजूद थे।
सरपंच ने की थी शिकायत विजिलेंस में शिकायत
बताया जा रहा है कि गांव घुद्दा की सरपंच सीमा रानी के पंचायत के पैसे और ग्रांट फंसी हुई थी। जिसको लेकर विधायक के कथित पीए रिशम सिंह ने उनसे 4 लाख की रिश्वत मांगी थी। नियम के मुताबिक ब्लॉक डेवलपमेंट पंचायत अफसर यह राशि रिलीज करता था, लेकिन विधायक के कथित दबाव की वजह से वह पैसे नहीं दे रहा था।
रिशम सिंह ने रिश्वत ली विधायक वहीं मौजूद थे
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पीए रेशम सिंह ने रिश्वत की रकम लेकर गाड़ी में रख ली। उस समय विधायक कोटफत्ता गाड़ी से उतरकर कुछ लोगों से बातचीत कर रहे थे। विजिलेंस ने डीएसपी संदीप सिंह की अगुआई में यह कार्रवाई की। गिरफ्तारी के दौरान पीए रिशम सिंह ने भागने की भी कोशिश की। हालांकि उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद विधायक को भी टीम ने हिरासत में ले लिया। दोनों को सर्किट हाउस में बैठाकर पूछताछ की गई।
जानिये पूरी कहानी सरपंच के पति की जुबानी
इस बारे में सरपंच सीमा रानी के पति प्रितपाल कुमार ने बताया कि बीडीपीओ दफ्तर वाले हमें 4 साल से तंग कर रहे थे। हमने कभी इनको हिस्सा नहीं दिया था। इसके बाद हमने बठिंडा देहात के विधायक अमित रतन कोटफत्ता को बताया। हमने काम करवा रखे हैं, लेकिन रुपए पेंडिंग हैं। विधायक के पूछने पर हमने बताया कि 25 लाख रूपये की राशि पेंडिंग हैं। दिवाली से पहले की बात है। इस पर विधायक ने पूछा कि हमें क्या दोगे?। हमने कहा कि आज तक किसी को पैसे नहीं दिए।
तब विधायक ने कहा कि ऐसा नहीं है, पैसा रिलीज करवाना है, काम करना है। गांव में तेरी इज्जत बनवानी है। तू जो मर्जी आगे लगाना। मैंने कहा कि काम पर पैसे तो पूरे लगाएंगे और आपको अपनी जेब से दे देंगे। इस पर विधायक ने 5 लाख में पूरी पेमेंट रिलीज करवाने का सौदा कर लिया। इसके बाद परेशान कर 7-8 लाख की पेमेंट करवा दी। अब पेमेंट आई तो इन्होंने कहा कि हमारे पैसे दो। हमने कहा कि अभी पूरे पैसे नहीं मिले तो इन्होंने कहा कि हमें तो अभी पैसे दो। आज इन्होंने मुझसे ही पैसे लिए।
रिशम से कोई संबंध नहीं, वो मेरा पीए नहींः कोटफत्ता
विजिलेंस टीम के द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद आप विधायक अमित रतन कोटफत्ता ने कहा कि उनका रेशम सिंह से कोई संबंध नहीं है। वह उनका पीए भी नहीं है। जिसने भी रिश्वत ली है, उसके खिलाफ तुरंत एक्शन लिया जाना चाहिए। अमित रतन ने कहा कि वह पुलिस प्रशासन से अपील करते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए।
भ्रष्टाचार के मामलों में पहले आप सरकार के 2 मंत्री गंवा चुके अपनी कुर्सी
पंजाब में आम आदमी पार्टी को सत्ता मिलने के 11 महीनों में उसके 2 मंत्री भ्रष्टाचार के केस में अपनी कुर्सी गंवा चुके हैं। पहले स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को बर्खास्त किया गया। उनके ऊपर ठेकेदार से काम के बदले कमीशन मांगने के आरोप लगे। सीएम भगवंत मान ने खुद उनकी बर्खास्तगी का खुलासा किया था।
इसके बाद दूसरे मंत्री फौजा सिंह सरारी का रिश्वत की सेटिंग का मामला सामने आया। जिसमें वह किसी से बात करते हुए पैसे लेने के बारे में प्लानिंग कर रहे थे। इसकी शिकायत भी पार्टी के अंदन पहुंची। हालांकि आरोप और कॉल रिकॉर्डिंग के बारे में आम आदमी पार्टी ने कुछ नहीं कहा, लेकिन उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था।