-बिहार में जेडीयू, झारखंड में जेएमएम और महाराष्ट्र में ठाकरे को बड़़ा सियासी झटका
जतन किशोर शुक्ला/ नई दिल्लीः 19 मार्च।
लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections) की घोषणा होते ही राजनीतिक दलों के बीच सियासी उठापटक तेज हो गई है। बिहार (Bihar) में जनता दल यूनाइटेड (JDU), झारखंड (Jharkhand) में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और महाराष्ट्र (Maharashtra) में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thakre) को बड़ा झटका लगा है। बिहार में मंगलवार को जेडीयू महासचिव अली अशरफ फातमी (Ali Asharaf Fatmi) ने पार्टी छोड़कर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का दामन थाम लिया। दूसरी ओर एनडीए (NDA) में सीट बंटवारे से नाराज चिराग पासवान (Chirag Paswan) के चाचा पशुपति पारस (Pashupati Paras) ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। वहीं झारखंड में बड़ी सियासी उठापटक देखने को मिली। यहां राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Ex CM Hemant Soren) की सगी भाभी सीता सोरेन (Sita Soren) ने पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी (BJP) का दामन थाम लिया। वहीं महाराष्ट्र की सियासत उबाल लाते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के भाई राज ठाकरे ने मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से मुलाकात की।
अली अशरफ फातमी को नीतिश कुमार ने बीते 20 जनवरी को ही जेडीयू का राष्ट्रीय महासचिव बनाया था। दरभंगा सीट पर उम्मीद लगाए बैठे अली अशरफ फातमी ने सीट बंटवारे के बाद मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार की पार्टी की एनडीए में वापसी के समय से वह असहज थे और अब सीट बंटवारे में दरभंगा लोकसभा सीट बीजेपी के खाते में जाने के आधार पर उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। अली असरफ दरभंगा से जेडीयू और आरजेडी से चार बार सांसद रह चुके हैं। आरजेडी ने उन्हें शिक्षा राज्य मंत्री भी बनाया गया था। पिछले लोकसभा चुनाव में आरजेडी से टिकट नही मिलने पर वह जेडीयू में शामिल हो गये थे।
सीता सोरेन का जेएमएम को झटका
झारखंड में जेएमएम को बड़ा झटका लगा है। झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन बीजेपी में शामिल हो गईं। वो जेएमएम की महासचिव थीं और तीन बार विधायक चुनी गईं हैं। वह पहले भी हेमंत सोरेन सरकार पर कई आरोप लगा चुकी हैं। सीता सोरेन ने विधानसभा अध्यक्ष को भेजे इस्तीफे में लिखा है कि मैंने विभिन्न कारणों से झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है। मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा के सिम्बल पर जामा विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक हूं। नैतिकता का तकाजा है कि पार्टी छोड़ने से उत्पन्न परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए विधायक पद का भी परित्याग कर रही हूं।
उन्होंने कहा कि “मैं अत्यन्त दुःखी हूं, मैनें यह दृढ़ निश्चय किया है कि मुझे झारखंड मुक्ति मोर्चा और इस परिवार को छोड़ना होगा। अतः मैं अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं। आपके समक्ष अत्यन्त दुःखी हृदय के साथ अपना इस्तीफा प्रस्तुत कर रहीं हूं। मेरे पति दुर्गा सोरेन झारखंड आंदोलन के अग्रणी योद्धा और महान क्रांतिकारी थे। उनके निधन के बाद से ही मैं और मेरा परिवार लगातार उपेक्षा का शिकार रहे हैं। पार्टी और परिवार के सदस्यों द्वारा हमें अलग-थलग किया गया है, जो कि मेरे लिए अत्यन्त पीड़ादायक रहा है।“
अमित शाह से राज ठाकरे की मुलाकात
महाराष्ट्र नव निर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने मंगलवार को केंद्रींय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद से राज ठाकरे के एनडीए में शामिल होने की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। ऐसे में बताया जा रहा है कि एनडीए/महायुति गठबंधन में राज ठाकरे के शामिल होने की संभावनाओं को देखते हुए कई सांसदों को इस बात का डर सता रहा है कि लोकसभा चुनाव में उनका टिकट कट सकता है। बताया यह भी जा रहा है कि कई सांसद महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे को लेकर हो रही देरी से नाराज हैं। बता दें कि एकनाथ शिंदे को 13 सांसदों का समर्थन प्राप्त है। बीजेपी अब तक महाराष्ट्र की 20 सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है।