-गुरूवार शाम तक मरीजों की संख्या 82 हजार के पार
-मरीजों के मामले में ची से भी आगे पहुंचा अमेरिका
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
विश्व भर में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। अमेरिका पर कोरोना का कहर घातक बनकर टूटा है। यहां कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 82,404 पहुंच गई है। यह आंकड़ा अमेरिकी समय के मुताबिक गुरुवार शाम छह बजे तक का है। आंकड़ा जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंट एंड इंजीनियरिंग ने जारी किया है। रिपोर्ट् के मुताबिक अमेरिका ने कोरोनावायरस के मालमों में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। वर्तमान स्थिति में विश्व में सबसे ज्यादा मरीज अमेरिका में हैं। विश्वभर में हर पांच घंटे से भी कम समय में 10 हजार नए केस सामने आ रहे हैं।
अब तक अमेरिका के न्यूयार्क में 37,802 केस सामने आए हैं। इसके बाद यह शहर कोरोना वायरस का केंद्र बिंदू बन गया है। न्यू जर्सी में 6,876 और कैलिफोर्निया में 3,802 केस दर्ज किए गए हैं। खबर लिखे जाने तक पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के 5 लाख 65 हजार 915 मामले सामने आ चुके हैं। इसके साथ ही 21 हजार 31 मौत हो चुकी हैं। अकेले अमेरिका में कोरोना वायरस की वजह से अब तक 1178 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से न्यूयार्क में 281 और किंग काउंटी में 100 लोगों इस वायरस से ठीक हो गए हैं। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक चीन में गुरुवार शाम 6 बजे तक 82 हजार 34 मामले सामने आए थे।
अमेरिका में घातक कोरोना वायरस के मामलों की संख्या लगातार बढने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस वैश्विक महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क समेत कई राज्यों के लिए जन स्वास्थ्य पर आपदा संबंधी बड़ी घोषणाओं को मंजूरी दी है। राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने के साथ ही राष्ट्रपति ने न्यूयॉर्क, कैलिफोर्निया, वाशिंगटन, आयोवा, लुइसियाना, नॉर्थ कैरोलिना, टेक्सास और फ्लोरिडा के लिए प्रमुख आपदा सहायता योजनाओं को मंजूरी दी है।
अमेरिका में कोरोना वायरस से पहली मौत का मामला वाशिंगटन से सामने आया था। वहां संक्रमित लोगों की संख्या 2 हजार 588 है और 130 लोग जान गंवा चुके हैं। ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि वह न्यूयॉर्क शहर को इस चुनौती से बाहर निकालने के लिए अपनी शक्ति के तहत हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। उनका प्रशासन देश भर में बड़े पैमाने पर कोविड-19 की जांच कर रहा है। 10 करोड़ से अधिक अमेरिकी बंद जैसे हालात में रह रहे हैं। जिसका देश की अर्थव्यवस्था पर विपरीत असर हो रहा है। अमेरिका में सीनेट नेताओं और व्हाइट हाउस के बीच बुधवार को ही अर्थव्यवस्था को 2 हजार अरब डॉलर का प्रोत्साहन पैकेज दिये जाने वाले विधेयक पर सहमति बन गई थी।
अमेरिका में इस पैकेज के जरिए नागरिकों के हाथ में सीधे नकदी पहुंचाई जायेगी। छोटे कारोबारियों को अनुदान मिलेगा और बड़ी कंपनियों को अरबों डॉलर का कर्ज उपलब्ध कराया जायेगा। इसके साथ ही बेरोजगार लाभों को भी आर्थिक लाभ दिए जाने की योजना है।
बता दें कि अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए विदेशों में अमेरिकी सेना और सिविल रक्षा कर्मचारियों की गतिविधि पर 60 दिन की रोक लगा दी है। इस कदम से करीब 90,000 अमेरिकी सेवा सदस्यों की तैनाती या पुनः बहाली अगले दो महीनों के लिए रुक गई है। बुधवार को पेंटागन ने कहा कि यह कदम अमेरिकी कर्मियों की रक्षा और हमारे वैश्विक बल की संचालनात्मक तत्परता की रक्षा करने के लिए उठाया गया है।