-अध्यक्ष अमित शाह की जगह लेंगे जेपी नड्डा
-राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्विरोध निर्वाचन की तैयारी
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी में अब अमित शाह का राज खत्म हो गया है। पार्टी में अब नड्डा राज शुरू हो गया है। सोमवार को बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल रहा है। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा इस पद पर निर्विरोध निर्वाचित हो रहे हैं। राज्यों से भाजपा के नेताओं सहित पार्टी के शीर्ष नेता नड्डा के समर्थन में नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए भाजपा मुख्यालय पहुंच रहे हैं। नड्डा भाजपा के अध्यक्ष पद के लिए लंबे समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की पसंद हैं। नए अध्यक्ष पद के नामांकन के लिए सोमवार सुबह साढ़े 10 बजे का समय तय किया गया है। सोमवार को ही अपरान्ह ढाई बजे पार्टी के नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
रविवार को नई दिल्ली में पार्टी की एक बैठक हुई जिसमें उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, गुजरात के सीएम विजय रूपाणी, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र रावत, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, अनुराग ठाकुर, यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह सहित कई बड़े नेता शामिल हुए।
बता दें कि बजेपी जेपी नेड्डा ने राजनीति की शुरूआत छात्र राजनीति से की थी। संगठन की राजनीति में वह दशकों पुराना अनुभव रखते हैं। नड्डा आरएसएस के नजदीक रहे हैं और स्वच्छ छवि के मालिक हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता राधामोहन सिंह पार्टी के संगठन की चुनाव प्रक्रिया के प्रभारी हैं। राधामोहन सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन पत्र 20 जनवरी को दाखिल किये जाएंगे और जरूरी होने पर अगले दिन चुनाव होगा। देश में राजनीतिक दलों के अध्यक्ष निर्विरोध ही निर्वाचित होते रहे हैं। यह केवल औपचारिकता होती है। हालांकि जनता दल यूनाईटेड के पिछले चुनाव को छोड़ दिया जाए तो।
स्वर्णिम रहा बीजेपी में शाह का कार्यकालः
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने देशभर में अपने आधार का विस्तार किया है। शाह का कार्यकाल भाजपा के लिये चुनावों के मामले में स्वर्णिम यानी कि सर्वश्रेष्ठ रहा है। बीजेपी में उन्हीं के अध्यक्ष रहते अब पार्टी को बड़े झटके लगना शुरू हो गए हैं। शाह के भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष रहते हुए भी बीजेपी दिल्ली में में सरकार बनाने पाने में नाकामियाब रही है।
2019 की जुलाई में मिला पद
बता दें कि पिछले साल जुलाई महीने में जेपी नड्डा बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष बने थे। नड्डा मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में शाह के गृहमंत्री बनने के बाद बीजेपी ने नया अध्यक्ष चुनने की कवायद शुरू कर दी थी, क्योंकि पार्टी में ‘एक व्यक्ति एक पद’ की परंपरा रही है। हालांकि बीजेपी में केंद्र और राज्य स्तर पर अब भी पिछले लंबे समय से कई नेताओं के पास एक से ज्यादा पद हैं।