-सोशल मीडिया उपयोग पर अंकुश लगाएगी कांग्रेस
-भारी पड़ेगी सोशल मीडिया पर टिकट की दावेदारी
-दूसरे नेताओं के खिलाफ टिप्पणी पर होगी कार्रवाई
संजीव अरोड़ा/ नई दिल्ली
कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अभी से कमान संभाल ली है। सुभाष चोपड़ा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के साथ ही पार्टी ने अलग-अलग मोर्चों पर काम शुरू कर दिया है। कांग्रेस में व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और ऐसे ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर अपने या अपने नेताओं के लिए टिकट की दावेदारी लोगों को अब भारी पड़ेगी। पार्टी के किसी पदाधिकारी या कार्यकर्ता ने कांग्रेस के किसी दूसरे कार्यकर्ता या पदाधिकारी के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी की तो नुकसान उठाना पड़ेगा। प्रदेश कांग्रेस ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है जो सोशल मीडिया का उपयोग आपनी ही पार्टी के दूसरे नेताओं के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए करते हैं।
प्रदेश कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों में कांग्रेस के बहुत से लोगों ने सोशल मीडिया का उपयोग अपने लिए टिकट की दावेदारी या फिर दूसरे नेताओं के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए किया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की ओर से लगातार सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट डाली जा रही हैं। इसकी शिकायतें प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को लगातार मिल रही हैं। प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व की ओर से पार्टी के सोशल मीडिया विभाग को ऐसी गतिविधियों पर नजर रखने की जिम्मेदारी सोंपी गई है।
दिल्ली में कांग्रेस पहले ही पिछड़ी हुई है और अपनी सियासी जमीन तलाश रही है। प्रदेश कांग्रेस नेताओं का मानना है कि इस तरह की सोशल मीडिया में जाने से पार्टी कमजोर हो रही है। इसके साथ ही विरोधी दलों के नेताओं को भी पार्टी पर उंगली उठाने का मौका मिलता है। सूत्र बताते हैं कि इसके लिए पार्टी नेतृत्व की ओर से कांग्रेस के सभी नेताओं को एक पत्र जारी किया जा रहा है। जिसमें अनुरोध किया गया है कि सोशल मीडिया के प्लेटफार्म का उपयोग केवल पार्टी की गतिविधियों और नीतियों के प्रचार-प्रसार के लिए किया जाए। यदि किसी पदाधिकारी या कार्यकर्ता को किसी नेता से शिकायत है तो वह पार्टी कार्यालय में लिखित रूप में दे सकते हैं। लेकिन टिकट की दावेदारी या दूसरे नेताओं की कमियों को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नहीं डाला जाए।
अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनीः
प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व की ओर से सोशल मीडिया पर टिकट की दावेदारी या पार्टी के दूसरे नेताओं के खिलाफ टिप्पणियां डालने वालों को चेतावनी जारी की जा रही है। यदि आगे पार्टी के किसी कार्यकर्ता या पदाधिकारी की पोस्ट में आपत्तिजनक बातें पाई गईं तो ऐसे लोगों के खिलाफ पार्टी की ओर से अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।