-पार्षदों से मिलने के लिए कमिश्नर ने तय किया समय, महापौर ने किया रद्द
-निगम आयुक्त वर्षा जोशी की कार्यशैली के प्रति पार्षदों में बढ़ रही नाराजगी
टीम एटूजैड/नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की निगम आयुक्त वर्षा जोशी और निगम पार्षदों के बीच लगातार तकरार बढ़ती जा रही है। निगम पार्षदों को ज्यादा परेशानी कमिश्नर की कार्यशैली को लेकर है। पार्षदों की शिकायत है कि निगम आयुक्त वर्षा जोशी उन्हें मिलने का समय नहीं देतीं। इसके अलावा पूरी दिल्ली में गंदगी के ढेर लगे हैं और निगम आयुक्त इसके लिए कोई विशेष उपाय नहीं कर रही हैं। विवाद तब और बढ़ गया जब कमिश्नर वर्षा जोशी ने निगम पार्षदों से मिलने के लिए अपरान्ह 3 बजे से 4 बजे तक का समय निश्चित कर दिया। हालांकि उत्तरी दिल्ली की निगम आयुक्त वर्षा जोशी ने जो आर्डर जारी किया था उसे कुछ घंटे बाद ही महापौर अवतार सिंह ने रद्द करने के आदेश जारी कर दिए।
दरअसल यह आदेश पिछले दिनों कमिश्नर वर्षा जोशी ने जारी कर पार्षदों से मुलाकात के लिए शेड्यूल तय कर दिया था। जिसके तहत मंगलवार और शुक्रवार को ही पार्षद 3ः00 बजे से 4ः00 बजे के बीच कमिश्नर से मुलाकात कर सकते थे।
लेकिन इस आदेश को महज कुछ घंटे बाद ही उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर अवतार सिंह ने लिखित आदेश जारी करते हुए कमिश्नर के उस आदेश को तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया है। महापौर ने अपने आदेश में लिखा है कि क्योंकि पार्षद जनप्रतिनिधि होते हैं और उनके पास बहुत ज्यादा काम होता है। ऐसे में तय समय निकालकर मिलना कठिन है। इसलिए जब पार्षद के पास समय हो वह तभी कमिश्नर से मुलाकात कर सकता र्है। ऐसे में कमिश्नर द्वारा निकाले गए शेड्यूल के ऑर्डर को रद्द किया जाता है।
ज्योति रछोया ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोपः
उत्तरी दिल्ली के वार्ड संख्या 37 नागलोई से पार्षद ज्योति रछोया ने कमिश्नर वर्षा जोशी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वर्षा जोशी और उनके सहयोगी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। ज्योति रछोया ने आरोप लगाया है कि वह लंबे समय से कमिश्नर से मिलने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन वर्षा जोशी उन्हें मिलने का समय नहीं दे रहीं, जिसकी वजह से उनके वार्ड में कामकाज ठप हो गए हैं। ज्योति ने पत्र में लिखा है कि निगम आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की वजह से नगर निगम में भ्रष्टाचार फैल रहा है।
गुड्डी देवी ने फैंका कचराः
निगम आयुक्त वर्षा जोशी की कार्यशैली से नाराज कांग्रेस की पार्षद गुड्डी देवी ने दो दिन पूर्व ही निगम आयुक्त कायौलय के दरवाजे पर कुड़-कचरा फैला दिया था। गुड््डी देवी ने आरोप लगाया है कि उनके वार्ड में गंदगी के ढेर लगे हैं। लेकिन सफाईकर्मियों की बहुत ज्यादा कमी है और सफाई का सामान भी नहीं है। इसके बावजूद निगम आयुक्त वर्षा जोशी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहीं हैं। कांग्रेस पार्षद ने आरोप लगाया कि कमिश्नर सहित निगम के आला अधिकारियों को जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है।
केजरीवाल की खिलाफत कर चुकी हैं वर्षाः
वर्षा जोशी फिलहाल उत्तरी दिल्ली की निगम आयुक्त हैं। लेकिन इससे पहले वह दिल्ली सरकार में कई पदों पर रह चुकी हैं और आईएएस एसोसिएशन से जुड़ी हुई हैं। वह पिछले साल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की खिलाफत में मैदान में उतर आई थीं। मुख्यमंत्री केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मुख्य सचिव प्रकरण के बाद जब उपराज्यपाल से शिकायत की थी कि अधिकारियों ने कामकाज बंद कर दिया है। तब वर्षा जोशी दिल्ली सरकार में परिवहन आयुक्त थीं और उन्होंने राजस्व सचिव मनीषा सक्सेना व सूचना एवं प्रचार सचिव जयदेव सारंगी के साथ प्रेस क्लब में प्रेस कांफ्रेंस कर अपना विरोध जताया था।