-MCD में सत्ता संभालने से पहले बताये सत्ता में बने रहने के तरीके
जे.के. शुक्ला/ नई दिल्ली: 15 दिसम्बर, 2022।
दिल्ली विधानसभा में 2015 से 2020 के बीच सरकारी अधिकारियों के साथ चले विधायकों व मुख्यमंत्री केजरीवाल के बीच लंबे विवाद के बाद अब आम आदमी पार्टी (AAP) फूंक फूंक कर कदम रख रही है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) से दिल्ली नगर निगम की सत्ता छीनने के बाद अब AAP नेता अपने पार्षदों से कोई भी ग़लती नहीं होने देना चाहते हैं । इसके लिए पार्टी के शीर्ष नेताओं ने अपने पार्षदों को 2 दिन तक ट्रेनिंग दी है।
पार्षदों के लिए इस 2 दिवसीय ट्रेनिंग कैम्प का आयोजन सिविल लाइन्स स्थित दिल्ली विधानसभा परिसर में किया गया। कैम्प के पहले दिन 14 दिसंबर को 6 जोन और कैम्प के आखिरी दिन गुरुवार को बाकी के 6 ज़ोन के निगम पार्षदों को प्रशिक्षण दिया गया। बता दें कि 6 जनवरी को दिल्ली के मेयर का चुनाव होना है। इसके बाद नगर निगम की सत्ता स्पेशल अफसर के हाथोंबसे निकालकर आम आदमी पार्टी के हाथों में आ जायेगी।
अधिकारियों से अच्छे संबंध बनाने पर जोर
आम आदमी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक निगम पार्षदों को निगम अधिकारियों के साथ अच्छे संबंध बनाने केलिए कहा गया है। उन्हें ये भी बताया गया है कि अपने अपने इलाकों में काम करने- कराने के लिए अधिकारियों का ही सहयोग लेना होगा। यदि निगम अधिकारियों के साथ संबंध अच्छे नहीं होंगे तो बात बिगड़ नही सकती है।
अब LG के पास हैं नगर निगम के ज्यादातर अधिकार
तीनों नगर निगमों को एक करने के बाद नए नगर निगम एक्ट में ज्यादातर अधिकार दिल्ली के उप राज्यपाल के पास आ गए हैं। पहले स्टैंडिंग समिति सबसे ज्यादा शक्तिशाली होती थी। लेकिन अब इसके अधिकारों में भी कटौती की गई है।