-हजारीबाग से दो आरोपी नूर हसन और इस्तेखार गिरफ्तार
-200 लोगों के साथ कोरोना-चंदे के नाम पर ठगी का आरोप
टीम एटूजैड/ हजारीबाग
कोरोना की महामारी कोरोना से लड़ाई के बीच लाखों रूपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया हैं। बिहार के हजारीबाग में कोरोना महामारी के समय नेकदिली से मदद के लिए आगे आए 200 से ज्यादा लोगों को नेक मन से मदद को आगे आ रहे 200 से अधिक लोगों के साथ लाखों की ठगी कर ली गई। कोरोना की महामारी में मदद के लिए करीब 200 लोगों ने 51 लाख रुपये से ज्यादा की राशि पीएम केयर फंड में दी थी। लेकिन इसी नाम से फर्जी एकाउंट खोलकर इन लोगों ने उड़ा लिए।
धोखाधड़ी के इस मामले में हजारीबाग पुलिस ने दो मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के लाखे निवासी दो सगे भाइयों नूर हसन और मोहम्मद इस्तेखार (पिता मोहम्मद सेराजुद्दीन) को गिरफ्तार किया है। इस मामले का एक आरोपी अभी फरार है। फर्जी खाते पंजाब नेशनल बैंक की बड़ी बाजार शाखा में 13 जनवरी और यूनियन बैंक की शाखा में 31 मार्च को खोले गए थे।
पुलिस के मुताबिक पीएनबी के खाता संख्याः 6635000100047154 में 34 लाख 87 हजार रूपये और यूनियन बैंक के खाता संख्याः 5391020109587423 में 17 लाख 701 रुपये मदद के तौर पर लोगों ने जमा किए थे। पूरा फर्जीवाड़ा पीएम केयर के नाम पर फर्जी लिंक बनाकर किया गया। शातिरों ने इस लिंक को अपने खाते से जोड़ दिया था। मामले का खुलासा तब हुआ, जब दोनों बैंकों के प्रबंधकों को शंका हुई। दोनों बैंक की ओर से नौ अप्रैल को सदर थाने में इसकी सूचना दी गई थी।
इस खाते के वास्तविक मालिक के पते पर जब पुलिस छापा मारने पहुंची तो इतने बड़े स्तर पर ठगी का यह पूरा मामला सामने आया। छापेमारी में पुलिस ने एक कार, अलग-अलग आठ बैंकों के 10 डेबिट कार्ड, 12 पासुबक, चेक सहित अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। खास बात है कि आरोपियों ने इन खातों से या तो सारी धनराशि निकाल ली है या फिर अन्य खातों में स्थानांतरित कर दी है। पुलिस को बरामद हुए पासुबक विकास कुमार शर्मा, कशिना खातून, सोनू प्रसाद, परमेश्वर कुमार, इस्तेखार आदि के हैं। इनके खाते रामगढ़, रांची और हजारीबाग की बैंक शाखाओं में हैं।
फर्जी लिंक बनाकर की थी दान की अपील
पूरा मामला साइबर ठगी का है। इन साइबर ठगों ने लोगों को ठगने के लिए वृहत योजना तैयार की थी। फर्जी खाता खोलने के बाद वेबसाइट पर लिंक देकर लोगों से ज्यादा से ज्यादा राशि दान करने की अपील की थी। इस मुसीबत की घड़ी में लोग सामने आए और बड़ी धनराशि इस लिंक पर दान की।
अकाउंट खुलने की जांच कर रही पुलिस
पंजाब नेशनल बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में खोले गए दोनों ही खाते ‘‘पीएम केयर’’ के नाम से खोले गए थे। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि बैंकों में पीएम केयर के नाम से अकाउंट कैसे खुल गया। पीएम केयर नाम के दोनों खातों से जिन-जिन खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए है, उन्हें फिलहाल फ्रिज कर दिया गया है। दोनों आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि मामले के साथ कोई बड़ा गिरोह जुड़ा हुआ है। मामले के साथ जामताड़ा के साइबर अपराधियों का कनेक्शन भी खंगाला जा रहा है।
मामले की गंभीरता से की जा रही जांच
हजारीबाग के एसपी मयूर पटेल ने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है। पीएम केयर नाम से फर्जी एकाउंट बनाकर लोगों से ठगी की गई है। बैंक प्रबंधक की शिकायत के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पूरे मामले की गंभीरता के साथ जांच की जा रही है।