भाजपा के उपमहापौर का परिवार-निगम के करोड़ों का बकाएदार

नई दिल्ली – शक्ति सिंह

घर को ही आग लग गई घर के चिराग से’ दिल्ली के तीनों नगर निगमों पर यह कहावत सटीक बैठती है। पूर्वी और उत्तरी दिल्ली नगर निगम आर्थिक परेशानी के चलते कर्मचारियों का वेतन तक समय से नहीं दे पा रहे हैं। इसके चलते सफाईकर्मी बार बार हड़ताल पर जाते रहते हैं। दूसरी ओर तीनों नगर निगमों में सत्ता में बैठे भाजपा नेता इसे जमकर चूना लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं की ओर नगर निगमों का 100 करोड़ से ज्यादा का बकाया है। खास बात है कि यह बकाया राशि लगातार बढ़ती जा रही है और पार्टी का प्रदेश नेतृत्व चुप्पी साधे बैठा है। बकाएदारों में वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व उपमहापौर महेश चंद शर्मा के पुत्र राकेश शर्मा और पुत्रवधू सुषमा शर्मा, भाजपा जिला चांदनी चौक के महामंत्री अजय भारद्वाज के भाई नीरज भारद्वाज, भाजपा जिला चांदनी चौक के पूर्व कोषाध्यक्ष अनिल शर्मा और भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश पदाधिकारी अनुराधा शर्मा के नाम भी शामिल हैं।

 

यह बकाया राशि नगर निगम की पार्किंग साइट्स व दूसरे मदों की है। निगम अधिकारियों ने यह राशि जमा कराने के लिए कई बार नोटिस जारी किए, लेकिन कोई पैसा जमा नहीं कराया गया। सबसे बड़ी रकम भाजपा चांदनी चौक जिला के पूर्व कोषाध्यक्ष अनिल शर्मा की ओर बताई जा रही है। उनकी आशिमा इन्फ्रास्ट्रक्चर व अन्य कंपनियों की ओर ब्याज सहित करीब 32 करोड़ रूपये की राशि बकाया है। उनकी पत्नी अनुराधा शर्मा फिलहाल भाजपा महिला मोर्चा में प्रदेश मंत्री के पद पर हैं। उनकी कंपनी पार्किंग साइट्स का ठेका लेती है। 6 जनवरी 2016 तक उनकी ओर निगम का करीब 12 करोड़ रूपया बकाया था, जो कि ब्याज सहित अब बढ़कर करीब 20 करोड़ रूपये हो गया है।

दिल्ली के पूर्व उपमहापौर और भाजपा नेता महेश चंद शर्मा के पुत्र राकेश शर्मा की कंपनी ट्राइजन इलेक्ट्रॉनिक्स की ओर 28 मार्च 2015 तक करीब साढ़े चार करोड़ की रकम बकाया थी। जो कि अब बढ़कर ब्याज सहित करीब 10 करोड़ हो गई है। राकेश शर्मा की पत्नी सुषमा शर्मा की कंपनी प्रखर मीडिया की ओर भी 28 मार्च 2016 तक करीब पौने 10 करोड़ रूपये बकाया थे। यह राशि ब्याज सहित अब तक बढ़कर 15 करोड़ रूपये से ऊपर पहुंच गई है।

चांदनी चौक भाजपा जिला के कई दूसरे नेता भी पार्किंग की कमाई की इस गंगा में हाथ धोने में जुटे हैं। उन्हीं में से एक जिला महामंत्री अजय भारद्वाज के भाई नीरज भारद्वाज हैं। इनकी कंपनी की ओर नगर निगम का ब्याज सहित करीब 50 लाख रूपया बकाया है। नगर निगम के सूत्र बताते हैं कि बकाएदारों की कई कंपनियां करोड़ों की बकाएदारी के चलते ब्लैक लिस्ट की जा चुकी हैं। लेकिन यह नई कंपनियां बनाकर फिर से पार्किंग के धंधे में लग जाते हैं। इस मामले में पूर्व उपमहापौर महेश चंद शर्मा का कहना है कि जैसे ही हमें पता चला कि दूसरे पार्टनर फ्रॉड हैं, हमारे बच्चों ने कंपनियां छोड़ दी थीं और अपनी कंपनियों का कार्यालय भी पुरानी जगह से बदलकर रोहिणी कर लिया है। राकेश शर्मा का कहना है कि उन्हें इस मामले में कोई जानकारी ही नहीं है। नीरज भारद्वाज ने कहा कि निगम में हमारी जमानत राशि जमा है उसमें से सेटलमेंट करा देंगे। सूत्रों का कहना है कि ज्यादातर पार्किंग के ठेकों का गोरखधंधा एक ही जगह से संचालित हो रहा है। मामले में अनिल शर्मा, उनकी पत्नी और राकेश शर्मा व उनकी पत्नी का विस्त्रित पक्ष जानने के लिए उन्हें फोन और मैसेज किया गया, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला। मामले से जुड़ी अन्य खबरें अगले अंक में।