पश्चिमी दिल्लीः ‘आप’ का साथ देंगे भाजपा के ‘शत्रु’!

-आम आदमी पार्टी ने पश्चिमी दिल्ली सीट से नहीं की उम्मीदवार की घोषणा
-शुत्रुघ्न सिन्हा या उनकी पत्नी के चुनावी समर में उतरने की अटकलें

टीम एटूजैड/नई दिल्ली
लोकसभा चुनावको लेकर हर दिन नए-नए समीकरण सामने आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सात में से छह सीट पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। पश्चिमी दिल्ली सीट को‘आप’ ने अभी खाली छोड़ दिया है। माना जा रहा है कि पश्चिमी दिल्ली सीट से फिल्म स्टार और वर्तमान में भाजपा सांसद शुत्रुघ्न सिन्हा इस सीट से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। माना जा रहा है कि इस बार भारतीय जनता पार्टी उन्हें टिकट नहीं देगी। चर्चा यह भी है कि यदि शत्रु पटना साहिब सीट से ही चुनाव लड़ते हैं तो पश्चिमी दिल्ली सीट से उनकी पत्नी पूनम को उतारा जा सकता है। दोनों ही परिस्थितियों में आम आदमी पार्टी उनका समर्थन करेगी। सियासी अखाड़ों में यह भी चर्चा है कि यदि पश्चिमी दिल्ली से शत्रुघ्न या उनकी पत्नी चुनाव लड़ते हैं तो कांग्रेस भी उनका समर्थन करेगी।
गौरतलब है कि पिछले लंबे अरसे से शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा दोनों ही भाजपा सरकार और इसके नेताओ की खिलाफत करते आ रहे हैं। एनडीए सरकार के खिलाफ एकजुट हो रहे गठबंधन को भी दोनों नेताओं का समर्थन प्राप्त है। ऐसे में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मन बना लिया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा को टिकट नहीं दिया जाएगा।

नहीं छोड़ेंगे पटनाः शत्रु
हालांकि पिछले दिनों एक सवाल के जवाब में शत्रुघ्न सिंन्हा ने स्पष्ट किया कि चाहे परिस्थिति कोई भी हो, वह पटना साहिब से ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने इशारा किया कि भले ही भाजपा उन्हें टिकट नहीं दे लेकिन वह पटना से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों का यह भी कहना है कि शत्रुघ्न सिन्हा एनडीए के खिलाफ बन रहे महागठबंधन में शामिल रहकर इसी में शामिल किसी भी दल के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। यदि दिल्ली में कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी का गठबंधन नहीं भी होता है, तब भी यदि वह पश्चिमी दिल्ली सीट से चुनाव लड़े तो निर्दलीय के तौर पर चुनाव मैदान में उतरेंगे और ऐसी स्थिति में उन्हें कांग्रेस का समर्थन प्राप्त होगा।

पत्नी के नाम पर नहीं खोले पत्ते
पत्रकारों के साथ वार्ता के दौरान शत्रुघ्न सिन्हा से जब पूछा गया कि क्या उनकी पत्नी भी अब राजनीति में उतरेंगीं। इस सवाल को टालते हुए उन्होंने कहा कि वक्त आने पर सारी बातें मीडिया के सामने आ जाएंगी। उन्होंने कहा कि पूनम लंबे समय से समाज सेवा में लगी हैं, हर कोई उनके काम को पसंद करता है। लोक चाहते हैं कि चह सक्रिय राजनीति में आएं और चुनाव लड़े, लेकिन यह समय बताएगा कि वह चुनाव लड़ेंगी या नहीं। माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता लगातार शत्रुघ्न सिन्हा के साथ संपर्क में हैं। पार्टी चाहती है कि पश्चिमी दिल्ली से कोई बड़ा चेहरा चुनावी मैदान में उतारा जाए, जो कि पूर्वाचल से भी जुड़ा हो। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिमी दिल्ली से कांग्रेस के महाबल मिश्रा सांसद रहे हैं। इस लोकसभा क्षेत्र में पूर्वांचली मतदाता खासी तादाद में हैं।

प्रवेश वर्मा या राजनाथ!
हाल ही में शत्रुघ्न सिन्हा लखनऊ आए थे। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मुलाकात की थी। इसके साथ ही यह कयास लगाए जाने लगे थे कि शत्रुघ्न सिन्हा लखनऊ से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन अब उन्होंने पटना छोड़ने से मना कर दिया है। ऐसे में उनकी पत्नी पूनम सिन्हा लखनऊ सीट से भाजपा के राजनाथ सिंह के सामने चुनाव लड़ सकती हैं। राजनीतिक जानकारों का यह भी कहना है कि शत्रुघ्न सिन्हा पटना और पश्चिमी दिल्ली दोनों सीटों से चुनाव में उतर सकते हैं। फिलहाल सियासी मैदान में अटकलों का बाजार गरम है।