दिल्ली दंगों में जामिया का एक और छात्र दबोचा

-31 मई तक के लिए सलाखों के पीछे, उग्र प्रदर्शन का किया नेतृत्व
-16 दिसंबर को जामिया थाने में दर्ज एफआईआर में शामल है नाम

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के एक और छात्र को दिल्ली में हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। बीते साल दिसंबर में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जामिया क्षेत्र में भड़की हिंसा के सिलसिले में इसे गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक शाहीन बाग में अबुल फजल एन्क्लेव का रहने वाले आसिफ इकबाल तन्हा नामक छात्र इस्लामिक संगठन का सदस्य है। आसिफ इकबाल जामिया समन्वय समिति का भी हिस्सा था। उसने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था।

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दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसे जामिया इलाके में दंगों को लेकर 16 दिसंबर, 2019 को जामिया थाने में दर्ज एक एफआईआर के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। इस एफआईआर में वह आरोपी के तौर पर नामजद है। 24 साल का आसिफ फारसी भाषा में बीए तृतीय वर्ष का छात्र है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जामिया छात्र को संबंधित मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जिन्होंने उसे 31 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

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फरवरी में हुए दंगों में 53 लोगों की पुष्टि
संशोधित नागरिकता कानून के विरोध के नाम पर बीती 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, घोंडा, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार इलाकों में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे। इस हिंसा में करीब 53 लोगों की मौत हो गई थी और 250 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। दंगों के दौरान कई मकानों, दुकानों, वाहनों और एक पेट्रोल पम्प को फूंक दिया था। स्थानीय लोगों और पुलिस कर्मियों पर पथराव किया गया था। दंगों की चपेट में आने से दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत हो गई थी। एक डीसीपी और एक एसीपी बुरी तरह से घायल हो गए थे। दंगाईयों ने आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या करने के बाद उनकी लाश को नाले में फेंक दिया था।