अमित शाह को VHP की ललकार!

चुनावी बयार में वीएचपी को चढ़ा राम मंदिर का बुखार

टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
जैसे-जैसे 2019 के लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) को राम मंदिर निर्माण का बुखार तेज होता जा रहा है। वीएचपी ने घोषणा की है कि अब राम मंदिर के निर्माण को कोई नहीं रोक सकता। संगठन के संयुक्त महामंत्री सुरेंद्र जैन ने कहा कि मोदी सरकार को संसद में कानून बनाकर अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ करना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भले ही अभी मामला कोर्ट में होने की बात कर रहे हों, लेकिन दिल्ली में 9 दिसंबर को होने वाली वीएचपी की रैली के बाद उन्हें भी अपने विचार बदलने पर मजबूर होना पड़ेगा। सुरेंद्र जैन ने प्रेस वार्ता में कहा कि वीएचपी ने राम मंदिर के निर्माण के लिए अलग अलग चरणों की तैयारी कर ली है। इसमें जगह जगह राम मंदिर के निर्माण के लिए जन संपर्क से लेकर विभिन्न दलों के सांसदों से संपर्क तक की बात शामिल है। 9 दिसंबर को होने वाली रैली को वीएचपी ने विराध धर्म सभा का नाम दिया है।

राम मंदिर निर्माण की चरणबद्ध तैयारी
सुरेंद्र जैन ने कहा कि राम मंदिर निर्माण की तैयारियां चरणबद्ध तरीके से जारी है, इसके तहत अब तक दो चरण पूर्ण हो चुके हैं। पहले चरण में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्रपति से मुलाकात की गई थी। दूसरे चरण में विभिन्न राज्यों के धार्मिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की गई और राम मंदिर निर्माण के लिए उनकी सहमति ली गई। तीसरे चरण में देशभर में 500 सभाएं करके मंदिर निर्माण का अलख जगाना है। इसके तहत विभिन्न दलों के सांसदों से मुलाकात कर संसद में राम मदिर निर्माण के लिए कानून बनाना या प्रस्ताव लाने में सहयोग करने की बात करना। अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा सभाएं हो चुकी हैं। ज्यादातर सांसदों ने कहा है कि यदि संसद में कानून आता है, बिल आता है तो उसका समर्थन किया जाएगा।
वीएचपी के संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में लगभग 150 स्थानों पर अलग-अलग सभाओं, बैठकों, प्रभात फेरियो, संध्या संकीर्तनों तथा मोटर वाहन रैलियों इत्यादि के माध्यम से व्यापक रूप से जनजागरण किया जा रहा है। अब पूज्य संतो के आह्वाहन पर दिल्ली व एन सीआर के कार्यकर्ता घर घर जाकर अक्षत व रोली युक्त “संकल्प पुष्प“ का लिफाफा लेकर धर्म सभा के लिये निमंत्रण देने निकल रहे हैं।
डा सुरेन्द्र जैन ने कहा कि पूज्य संतों द्वारा गत 5 अक्टूबर की संत उच्चाधिकार समिति की बैठक में घोषित चार में से दो चरणों का कार्य पूर्ण हो चुका है. जिसमें राष्ट्रपति से मिलने की बाद देश के सभी राज्यपालों से मिलने का कार्य सामिल था। अब 500 संसदीय क्षेत्रों में बड़ी-बड़ी सभाओं के साथ सासदों से संपर्क का कार्य जारी है। जितने भी सांसदों से अभी तक हम मिले हैं, सभी ने कहा है कि जब कानून आएगा तो हम उसका समर्थ करना चाहेंगे. राम जन्म भूमि के सन्दर्भ में एक तूफ़ान सा देश में आ चुका है. अब राम का कोई विरोध कर सके, ऐसा संभव नहीं है। दिल्ली की धर्मसभा के उपरांत संसद में राम जन्मभूमि के सम्बन्ध में आने वाले कानून का भी कोई विरोध नहीं कर पाएगा।

भगवा रंग में रंगी होगी दिल्ली
वीएचपी संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन दावा किया कि 9 दिसंबर को दिल्ली भगवा रंग में रंगी नजर आएगी। रामलीला मैदान के 10-12 किलोमीटर के दायरे में केवल रामभक्त नजर आएंगे। उन्होंने कहा कि यह रैली नहीं रैला होगा। इसके लिए खाने के 3 लाख पैकेट तेयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा दिल्ली के लोगों से कहा जा रहा है कि वह अपना खाना खुद लेकर आएं।

आरएसएस की भागीदारी
9 दिसंबर को रामलीला मैदान में होने जा रही विश्व हिंदू परिषद की रैली में आरएसएस की भागीदारी भी रहेगी। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर कार्यवाह सुरेश जोशी मुख्य वक्ता रहेंगे। उनके अलावा साध्वी ऋतंभरा, स्वामी अवधेशानंद, जगदगुरू हंस देवाचार्य, गीता मनीषी ज्ञानानंद, वीएचपी अध्यक्ष जस्टिस कोकचे और कार्याध्यक्ष आलोक कुमार मौजूद रहेंगे। सुरेंद्र जैन ने आगे कहा कि मुम्बई में हुई धर्मसभा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सभा में युवाओं की 90 फीसदी उपस्थिति ने उन लोगों के भी मुंह बंद कर दिए जो यह कहते थे कि जिन्होंने 1990 का आन्दोलन नहीं देखा वे कैसे इससे जुड़ेंगे?

राम मंदिर पर पुस्तक का लोकार्पण
इस अवसर पर प्रसिद्ध लेखक व विचारक श्री नरेन्द्र सहगल द्वारा श्री राम जन्मभूमि पर लिखित एक पुस्तक “मंदिर भव्य बनाएंगे” का विमोचन भी किया गया. इसे सुरुचि प्रकाशन ने प्रकाशित किया है। पुस्तक में भगवान राम के पुत्र कुश द्वारा निमित मंदिर से लेकर वर्तमान में कारसेवकों द्वारा बनाए गए मंदिर तक का संपूर्ण वर्णन किया गया है। मंदिर के निर्माण, विध्वंस और पुनर्निर्माण के समय हिंदुओं द्वारा दिए गए बलिदानों की जानकारी भी इस पुस्तक में शामिल की गई है।