-रविववार 22 जनवरी को शुक्र ने किया कुंभ राशि में प्रवेश
आचार्य रामगोपाल शुक्ल/ नई दिल्लीः 22 जनवरी, 2023।
कुंभ राशि में शनि के गोचर क बाद अब शुक्र भी कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शुक्र और शनि मित्र ग्रह हैं। लेकिन इनका स्वभाव विपरीत है। ऐसे में शुक्र और शनि के गोचर का प्रभाव सकारात्मक व नकारात्मक रूप से सभी राशियों पर पड़ता है। 22 जनवरी 2023, रविवार के दिन शुक्र ने कुंभ राशि में प्रवेश कर लिया है। जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। इससे पहले शनिदेव भी अपनी स्वयं की राशि कुंभ में 30 वर्षों के बाद 17 जनवरी को प्रवेश कर चुके हैं। ऐसे में शुक्र और शनि का यह संयोग कुछ राशियों के लिए अशुभ माना जा रहा है। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार शुक्र व शनि की इस युति से 3 राशियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है तो 4 राशियों के जातकों के लिए बहुत ही शुभ समय है। अन्य राशियों के जातकों के लिए दोनों ग्रहों का यह गोचर मिला-जुला रहने वाला है।
इन राशियों के लिए रहेगा मालामाल करने वाला समय
मेषः मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र व शनि का यह गोचर नौकरी और व्यापार के मामलों में वरदान से कम नहीं है। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। निवेश करने से भी लाभ मिलेगा और परिवार के सदस्यों के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। आपको आध्यात्मिक एवं धार्मिक कार्यों में हिस्सेदारी का सौभाग्य प्राप्त होगा।
मिथुनः मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र व शनि का यह गोचर आत्मविश्वास में बढ़ोतरी करने वाला साबित होगा। नौकरी और व्यापार दोनों में लाभ की स्थिति बनेगी। आपके द्वारा किये जाने वाले कार्यों की प्रशंसा होगी। अकस्मिक धन लाभ होगा जिसकी वजह से आर्थिक समस्याओं से छुटकारा प्राप्त होगा। अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे।
कर्कः कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र एवं शनि का यह गोचर कार्यक्षेत्र में आपके द्वारा किये गये कामों की सराहना दिलायेगा। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा। नौकरीपेशा लोगों के लिए इस गोचर काल का समय शुभ है। आपको व्यापार में लाभ प्राप्त होगा। यात्रा के समय सावधान रहें और कोई कीमती वस्तु खो सकती है।
वृश्चिकः वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र व शनि का यह गोचर सभी कार्यों में सफलता प्रदान करने वाला सिद्ध होगा। आपका दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। परिजनों और मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। धार्मिक कार्यों में हिस्सेदारी का अवसर प्राप्त होगा।
इन राशियों के जातक रहें जरा संभलकर
तुलाः ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र देव तुला राशि के स्वामी हैं और पंचम भाग में गोचर किया है। शुक्र के इस ग्रह गोचर के कारण विद्यार्थियों को एकाग्रता में कमी का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। गोचर की अवधि में गर्भवती महिलाएं अपने खानपन का विशेष ध्यान रखें। अपनी वाणी पर संयम रखें।
कन्याः शुक्र के गोचर का अशुभ प्रभाव कन्या राशि के जातकों पर पड़ सकता है। उन्हें पारिवारिक जीवन में बहुत संभलकर चलना होगा। गोचरकाल के दौरान अपने साथी से किसी प्रकार का वाद-ववाद मोल ना लें। कानूनी मामलों में भी सलाह लेकर ही बड़ा निर्णय लें। कमर या पैर में दर्द की समस्या उत्पन्न हो सकती है। आपका आर्थिक पक्ष भी परेशान कर सकता है।
मीनः मीन राशि की कुंडली में शुक्र देव ने द्वादश भाव में गोचर किया है। जिसके कारण आर्थिक क्षेत्र में उतार-चढ़ाव आ सकता है। गलत संगति का घातक असर हो सकता है। ना चाहते हुए भी किसी यात्रा पर जाना पड़ सकता है। गोचर अवधि में शत्रुओं से अधिक सावधान रहें। आपकी छोटी सी गलती भी बड़ा नुकसान का कारण बन सकती है।