मेरठ में दिखा सुशील पहलवान… सीसीटीवी फुटेज में हुआ कैद

-सुशील की वापसी की फुटेज खंगाल रहीं जांच एजेंसियां

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
राजधानी के छत्रसाल स्टेडियम में पहलवान सागर धनखड़ की हत्या मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच सुशील पहलवान की तलाश में जोर-शोर से जुटी है। दिल्ली पुलिस दिल्ली से हरिद्वार के बीच विभिन्न टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में लगी है। पुलिस को सुशील की एक फुटेज मेरठ टोल प्लाजा के सीसीटीवी कैमरों से मिली है। यह फुटेज तब की बताई जा रही है, जिस दिन वह सागर की हत्या के बाद हरिद्वार की ओर रवाना हो गया था। अब दिल्ली पुलिस इन्हीं टोल प्लाजा की वापसी वाले सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को खंगालने में जुट गई है।

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बता दें कि सागर की हत्या के बाद पहली बार ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार का फुटेज सामने आया है। सुशील मेरठ टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है। इसमें वह एक कार में एक अन्य शख्स के साथ बैठा हुआ है। बताया जा रहा है कि यह फुटेज उस दौरान का है जब घटना के बाद वह उत्तराखंड की ओर जा रहा था। तकनीकी सर्विलांस में भी उसके उत्तराखंड की ओर जाने की बात सामने आई थी। फिलहाल दिल्ली पुलिस ने सुशील पहलवान के ऊपर 1 लाख रूपये का इनाम घोषित कर रखा है। इसके साथ ही उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करने के साथ ही दिल्ली पुलिस ने सुशील और उसके साथियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी हासिल कर रखे हैं।

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तकनीकी जांच के जरिए पुलिस सुशील पहलवान समेत अन्य आरोपियों की धरपकड़ की कोशिश कर रही है। पुलिस को मेरठ टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में सुशील का फुटेज मिला है। पुलिस के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि सुशील के साथ कार में मौजूद व्यक्ति की पहचान कर पुलिस उसकी गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है, ताकि उसके जरिए यह पता लगाया जा सके की सुशील कहां गया। कयास लगाए जा रहे हैं कि वह उत्तराखंड के एक आश्रम में है। दूसरी ओर कुछ लोगों का मानना है कि वह नेपाल भी भाग सकता है। दूसरी ओर जांच एजेंसियों से जुड़े कुछ लोगों ने सुशील पहलवान को लेकर नीरज बवाना और काला जेठड़ी गैंगों के बीच गैंगवार की आशंका भी जताई है।

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पुलिस के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि सुशील पेशेवर अपराधी की तरह बर्ताव कर रहा है। वह कई सिम कार्ड के जरिए अपने सहयोगियों के संपर्क में रहता है। वह पुलिस की जांच को भटकाने के लिए अपने सहयोगियों की मदद से सर्विलांस पर लगे अपने सिम का इस्तेमाल करवाता है, ताकि पुलिस को लगे कि सुशील दिल्ली के आसपास मौजूद है। जांच के दौरान पुलिस को कई सिम नंबरों का पता चला है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि सुशील एक बार फिर अदालत से जमानत की गुहार लगा सकता है या फिर आत्मसमर्पण कर सकता है।
दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि पुलिस को इस तरह की जानकारी भी मिल रही है कि सुशील लगतार गैंगस्टर नीरज बवाना के संपर्क में है और इसी गैंग के लोगों ने हत्यारोपी पहलवान को हरियाणा के एनसीआर के इलाके में कहीं छिपा रखा है। इसलिए दिल्ली पुलिस इस बात को भी दरकिनार नहीं करके सभी टोल प्लाजाओं के हरिद्वार से वापसी वाले सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को भी देख रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यदि सुशील हरियाणा में है तो वह किस दिन हरिद्वार से वापस आया था।