खस्ताहाल सरकारी अस्पताल… कांग्रेस ने उठाए सवाल

-दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने केजरीवाल सरकार पर लगाए निजी अस्पतालों से सांठगांठ के आरोप
-दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 18 फीसदी ऑपरेशन थियेटर बंद, लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

टीम एटूजेड/ नई दिल्ली
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर सरकारी अस्पतालों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चौपड़ा ने लोक नायक अस्पताल में दिल्ली सरकार द्वारा 18 ऑपरेशन थियेटरों में से 4 को बंद किए जाने की निंदा की है। इन्हें सुविधाओं और ऑपरेशन के औजारों की कमी के कारण बंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आप पार्टी की प्राईवेट अस्पतालों के साथ सांठगांठ है इसलिए ये सरकारी अस्पतालों में वित्तिय कटौती दिखाकर मरीजों को प्राईवेट अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा जा सके, एलएनजेपी के ऑपरेशन थियेटरों को बंद करने के पीछे सीधा-सीधा यही कारण है। यह एक खुला भ्रष्टाचार और इनकी संगठित लूट है। उन्होंने कहा कि 2018 में सरकारी अस्पतालों के 17 प्रतिशत ऑपरेशन थियेटर कार्य करने की हालत में नही है।
इस मौके पर पूर्व मंत्री डा ऐके वालिया, डा नरेन्द्र नाथ, कीर्ति आजाद ने भी संबोधित किया। सुभाष चौपड़ा ने कहा कि केजरीवाल सरकार अत्यधिक मौहल्ला क्लीनिकों को खोलने का दावा कर रही है जबकि यहां सिर्फ प्राथमिक उपचार ही प्रदान किया जा सकता है, बड़ी बीमारी के मामलों को बड़े सरकारी अस्पतालों में भेजा जाता है। मौहल्ला क्लीनिकों में उचित सुविधाऐं मुहैया नही होती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था चौपट हो गई है जिसके चलते एलएनजेपी के 4 ऑपरेशन थियेटरों को 1 दिसम्बर 2019 से बंद करने की खबर समाचारों में छपी है। दिल्ली सरकार के इस फैसले से निजी अस्पतालों को सीधा पहुचाया जायेगा।
पूर्व शिक्षा मंत्री डा एके वालिया ने कहा कि सरकारी अस्पताल स्वास्थ्य सेवओं और सुविधाओं के अभाव से बुरी तरह प्रभावित हो रहे है। उन्होंने कहा कि मुख्य ऑपरेशन थियेटरों में 16 से 18 ऑपरेशन प्रतिदिन होते है और लगभग ऑपरेशन की वेटिंग का समय 30 दिन का है। उन्होंने कहा कि जब 4 ऑपरेशन थियेटर बंद कर दिए जाऐंगे तो ज्यादा मरीजों को प्राईवेट अस्पतालों में रेफर किया जाएगा। डा0 वालिया ने कहा कि दिल्ली सरकार की निशुल्क सर्जरी योजना चलाती है जिसके तहत सरकार रोगियों की पहचान करके उन्हें निजी अस्पतालों व नर्सिग होम में भेजने की स्वायतता प्रदान करती है। यह योजना उन रोगियों को मुहैया कराई जाती है जिनका दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 30 दिनों के भीतर उपचार नही किया जाता।
डा0 वालिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में एलएनजेपी एक बड़ा अस्पताल है, जहां 2102 बेड है। उन्होंने कहा कि अप्रैल से जून 2019-20 के बीच एक औसत के अनुसार 938 बड़े ऑपरेशन हुए है, जबकि 2018-19 में लगभग 2264 बड़े ऑपरेशन किए गए थे। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल से अस्पताल में 2 ऑपरेशन थियेटर बंद पड़े है और अब 4 ऑपरेशन थियेटरों को बंद किया जा रहा है, इससे प्रतिमाह 58 प्रतिशत तक बड़े ऑपरेशनों को करने में कमी आऐगी। उन्होंने कहा कि सुविधाओं की कमी के कारण 2018-19 में 8781 मरीजों की मृत्यु सिर्फ एलएनजेपी अस्पताल में हुई थी।
डा0 वालिया ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने समय रहते इस मुद्दे गौर क्यों नही किया? उन्होंने पूछा कि क्यों 58.36 प्रतिशत प्रतिमाह बड़े ऑपरेशनों की कमी आ रही है जिनका इलाज प्राईवेट अस्पतालों कराया जा रहा है जिसका पूरा खर्चा दिल्ली सरकार वहन कर रही है, इसमें करदाताओं का पैसा इस्तेमाल किया जा रहा है।
डा0 वालिया ने कहा कि दिल्ली सरकार अपने अस्पतालों में सुविधाओं का अभाव दिखाकर प्राईवेट अस्पतालों को लूटने का मौका दे रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जब दिल्ली की सत्ता में थी तब 38 अस्पताल थे। कांग्रेस पार्टी के 2013 के समय से 3 अस्पतालों को निर्माण चालू हुआ जो आज तक शुरु नही हुए है। उन्होंने कहा कि लोकनायक अस्पताल बिस्तर की क्षमता की दर 136 प्रतिशत है (दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों में चौथा सबसे बड़ा अस्पताल है।), और प्रति माह इन-पेशेन्ट विभाग (आईपीडी) में रोगियों की औसत संख्या 8796 (दिल्ली सरकार में दूसरी सबसे अधिक है)। उन्होंने कहा कि जब सरकारी अस्पतालों में बेड की संख्या कम हो रही थी, तब निजी अस्पतालों में संख्या बढ़ रही थी। डॉ वालिया ने कहा कि दिल्ली में दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के अस्पतालों में प्रत्येक की बिस्तर क्षमता 11-11 हजार है, जबकि निजी अस्पतालों में दिल्ली में 30,000 से अधिक बेड हैं। उन्होंने कहा कि मरीजों को निजी अस्पतालों में भेजना एक लंबी प्रक्रिया है और केजरीवाल सरकार को गरीबों के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों की सुविधाओं में ही सुधार करना चाहिए।
कीर्ति आज़ाद ने केजरीवाल की उस टिप्पणी की कड़ी आलोचना की जिसमें उन्होंने कहा कि पूर्वांचलवासी दिल्ली में 500 रुपये का टिकट खरीदकर आते हैं और फिर 5 लाख रुपये का ट्रीटमेंट लेते हैं”। श्री आज़ाद ने कहा कि पूर्वांचलियों ने दिल्ली के विकास में एक बड़ा योगदान दिया है, और केजरीवाल को उनका इस तरह अपमान नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी होने के नाते, उन्हें भी सबसे अच्छा इलाज पाने का पूरा अधिकार है। श्री आज़ाद ने केजरीवाल को बाहरी लोगों का ’अपमान’ न करने की चेतावनी दी।