-गुजरात कांग्रेस में विधायकों का इस्तीफे पर जोर
टीम एटूजैड/नई दिल्ली
गुजरात में भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह कांग्रेस को जमकर मात दे रहे हैं। पिछले दिनों में गुजरात कांग्रेस विधायकों में इस्तीफे का दौर जारी है। 12 मार्च को कांग्रेस कार्य समिति की गुजरात में बैठक से एक दिन पहले जामनगर (ग्रामीण) से विधायक वल्लभ धारविया ने पार्टी छोड़ दी और विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को इस्तीफा सौंप दिया। इस दौरान चार दिनों के अंदर कांग्रेस के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। त्रिवेदी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि धारविया ने जामनगर (ग्रामीण) के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने मुझे बताया कि वह स्वेच्छा से इस्तीफा दे रहे हैं। प्रकरण को लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
धारविया के इस्तीफे से पहले उनकी पार्टी के पूर्व सहयोगी परषोत्तम सबारिया ने आठ मार्च को ध्रांगधरा विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया था। वह सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए थे। सबारिया को सिंचाई घोटाले के संबंध में गत वर्ष अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था और गुजरात उच्च न्यायालय से उन्हें फरवरी में जमानत मिली थी। सबारिया ने कहा कि उन पर भाजपा में शामिल होने का दबाव नहीं था और साथ ही दावा किया था कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए पार्टी बदल रहे हैं। आठ मार्च को माणवदर से कांग्रेस विधायक जवाहर चावड़ा ने भी विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था और वह भी भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें नौ मार्च को विजय रुपाणी सरकार में मंत्री बनाया गया था।
कांग्रेस के पास अब 71 विधायकः
पिछले कुछ महीने में गुजरात में इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायकों की संख्या पांच हो गई है। इन पांच विधायकों के अलावा कांग्रेस ने एक और विधायक गंवा दिया जब भगवान बराड़ को पांच मार्च को सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया। उन्हें अवैध खनन मामले में दो साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। पिछले साल जुलाई में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक कुंवरजी बावलिया ने भी इस्तीफा दे दिया था और उन्हें बाद में राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया। वह तब भाजपा के टिकट पर उपचुनाव जीते थे। पिछले महीने उंझा से पहली बार विधायक बनी आशा पटेल ने सदन और कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और वह सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल हो गई थीं। भाजपा के पास अब 182 सदस्यीय विधानसभा में 100 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 71 विधायक हैं।
गुजरात में 23 को होगा मतदानः
गुजरात राज्य की सभी 26 लोकसभा सीटों पर 23 अप्रैल को मतदान होगा। राज्य में करीब 4.47 करोड़ मतदाता हैं। मतदान 51,709 बूथों पर होगा। कुल 4,47,464,179 मतदाताओं में 2,32,56,688 पुरुष मतदाता तथा 2,14,88,437 महिला मतदाता हैं। चुनाव आयोग ने रविवार को बताया कि आम चुनाव का कार्यक्रम सात चरणों में मुकम्मल होगा, जिसका शंखनाद 11 अप्रैल से होगा। आयोग ने बताया कि पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल, दूसरे का 18 अप्रैल, तीसरे का 23 अप्रैल, चौथे का 29 अप्रैल, पांचवें का छह मई, छठे का 12 मई और अंतिम यानी सातवें चरण का मतदान 19 मई को होगा। वहीं सभी चरणों के लिए मतगणना एक ही दिन 23 मई को होगी।