-मोदी बोलेः जिसने गमले में मूली नहीं उगाई वह खेत देखकर हैरान… खेत में माइक लगाकर वीडिया शूट करते हैं…
-दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर राहुल गांधी पर जमकर साधा निशाना
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से बौखलाए विपक्ष ने किया लाकसभा से वॉकआउट
-विशेषाधिकार समिति को सोंपा अधीर रंजन का मामला, लोकसभा में बरताव की होगी जांच
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 10 अगस्त, 2023।
केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) के खिलाफ विपक्षी गठबंधन द्वारा संसद में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से गिर गया। इस पर गुरूवार को बालते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narender Modi) ने विपक्ष की धज्जियां उड़ा दीं। मोदी बोले और जमकर बोले। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kerjriwal) और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर जमकर निशाना साधा। मोदी के भाषण की खास बात यह रही कि उन्होंने इनमें से किसी का नाम नहीं लिया। उन्होंने कांग्रेस सहित नये विपक्षी गठबंधन को इंडिया के बजाय ‘घमंडिया’ गठबंधन बताते हुए कहा कि वह देश का भला नहीं बल्कि परिवारवाद का भला चाहते हैं। वह सत्ता से दूर नहीं रह सकते और इसके लिए वह लोग कुछ भी कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिये दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ऊपर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘विपक्षी गठबंधन ‘कट्टर भ्रष्ट’ के साथ मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लेकर आये हैं।’ वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर बिना नाम निशाना साधते हुए कहा कि ‘वह खेतों में जाकर माइक लगाकर वीडियो शूट करते हैं, वह किसानों का दर्द और जरूरत क्या समझेंगे?’ पीएम मोदी ने आगे कहा कि ‘जिन्होंने कभी गमलों में मूली तक नहीं उगाई वह खेत देखकर हैरान हो जाते हैं।’
वोटों का जुगा़ड़ नहीं कर पाये तो वोटिंग से पहले विपक्ष का वॉकआउट
कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्षी गठबंधन खुद के ही द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के लिए जरूरी समर्थन नहीं जुटा सका। सोमवार को दिल्ली के लिए लाये गये सेवा संबंधी विधेयक पर करारी हार के बाद यह तो तय हो गया था कि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव के लिए जरूरी वोट नहीं जुटा पायेगा। यही कारण रहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले ही विपक्ष ने सदन से वॉकआडट कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के बाद लोकसभा अध्यक्ष ने ध्वनिमत से प्रस्ताव को गिरा हुआ घोषित कर दिया।
अधीर रंजन बर्खास्त, व्यवहार की होगी जांच
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिये गये भाषण का सत्ता पक्ष के सांसदों ने पुरजोर विरोध किया। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव गिर जाने के बाद संसदीय कार्य मंत्री ने प्रस्ताव रखा कि अधीर रंजन के व्यवहार की जांच का मामला विशेषाधिकार समिति को सोंपा जाये, यह समिति उनके व्यवहार की जांच करे और जब तक विशेषाधिकार समिति का निर्णय नहीं आ जाता, तब तक अधीर रंजन को सदन की कार्यवाही से बरखास्त किया जाये।
2028 में फिर लायेंगे अविश्वास प्रस्ताव
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विपक्ष जब 2018 में एनडीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था तब मेंने कहा था कि वह 2023 में फिर अविश्वास प्रस्ताव लेकर आयें। विपक्ष ने हमारी बात मान ली और 2023 में हमारी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाये हैं। मैं फिर कहता हूं कि वह 2028 में फिर से हमारी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आयें। मोदी ने कहा कि विपक्ष को यह वरदान प्राप्त है कि वह मेरा बुरा चाहते हैं और भला हो जाता है। पिछले 20 वर्षों से मैं इसका उदाहरण हूं।