8 जनवरी से शुरू होगा ‘नक्षत्र’ और विश्व पुस्तक मेला

-प्रगति मैदान में होगा ‘आजीविका 2022’ का आयोजन
-आईटीपीओ द्वारा महामारी प्रोटोकॉल के सख्त अनुपालन की अपील

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
ज्योतिष शास्त्र से संबंधित ‘नक्षत्र मेला’ अगले वर्ष 8 जनवरी से राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में शुरू होगा। इसका आयोजन इण्डिया ट्रेड प्रमोशन आर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) एवं फ्यूचर पॉइंट द्वारा मिलकर किया जायेगा। इसके साथ ही लोकप्रिय नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला और आजीविका मेला का भी आयोजन किया जायेगा।

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प्रगति मैदान के अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केंद्र में हाल ही में संपन्न हुए भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) के सफल आयोजन के उपरांत, इन मेलों का आयोजन नव वर्ष 2022 के आरंभ में महामारी को फैलने से रोकने के सभी उपायों सहित किया जा रहा है। आईटीपीओ ने सभी साझेदारों सहित मेले में आने वाले सभी आगंतुको से कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन करने की अपील की है।

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भारत की प्राचीन ज्योतिष विद्या, चिकित्सा तथा पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली को बढ़ावा देने के लक्ष्य से, नक्षत्र का आयोजन हॉल संख्या 7 में किया जायेगा। इसमें उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला शामिल है जैसे आयुष क्षेत्र, ज्योतिषीय सॉफ्टवेर एवं उपकरण, ज्योतिष संबंधी आईटी- सॉफ्टवेर, वास्तु, योग, वैदिक विज्ञान साहित्य, आध्यात्मिक एवं आरोग्यकर वस्तुएं जैसे रत्न एवं फेंगशुई सामग्री, मंत्रों की सीडी, हर्बल उत्पाद और वैकल्पिक चिकित्सा, एक्यूप्रेशर एवं चुंबकीय उपचार से राष्ट्रीय महत्ता संबंधी भविष्यवाणियों के अतिरिक्त, विशेषज्ञ ज्योतिषियों, वास्तु विशेषज्ञों, रेकी मास्टर्स योग एवं टैरो रीडर्स द्वारा परामर्श लेने की व्यवस्था होगी। इस वर्ष, विशेषज्ञों द्वारा मीडियाकर्मियों को निःशुल्क परामर्श देने की व्यवस्था होगी।

स्वरोज़गार एवं आत्मनिर्भरता के अवसरों पर प्रकाश डालते हुए, ‘आजीविका’ मेला एक अन्य आकर्षण है। जो ग्रामीण कारीगरों, स्वालंबन समूहों एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के गुणवत्तापूर्ण उत्पादों को प्रदर्शित करता है। यह मेला ग्रामीण विकास मंत्रालय, कपार्ट तथा एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। मूल्य श्रृंखला आधारित व्यापार भागीदारी एवं बाज़ार सहलग्नता स्थापित करना इसके उद्देश्यों में से एक है। यह आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए अनेक प्रकार की भागीदारी को आरंभ करेगा।

आजीविका सरकार, उद्योग एवं ग्रामीण कारीगरों, शिल्पकारों बुनकरों के बीच त्रिपक्षीय सहयोग के माध्यम से भारत की ग्रामीण-सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित, संरक्षित एवं प्रोन्नत करने के लिए अत्यावश्यक है। जिससे कि उनका परिचय कॉर्पोरेट उपभोक्ताओं की दुनिया से करवाया जा सके। जिसके परिणामस्वरूप उनके उत्पादों के लिए सतत विपणन सहलग्नता स्थापित की जा सके। यह विशेषतः नए साल के जश्न के लिए भारत के विभिन्न एवं विविध ग्रामीण शिल्प और करघा भंडार से उपहार तथा तोहफों की सोर्सिंग के लिए आदर्श मंच प्रदान करेगा। आयोजन के दौरान आगंतुकों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा राज्यों के पारंपरिक व्यंजन आकर्षण का केंद्र होगा। प्रदर्शित किए जाने वाली सामग्री में हस्तशिल्प, कपड़ा, रेडीमेड गारमेंट्स, रत्न एवं आभूषण, खाद्य पदार्थ, जैविक खाद्य पदार्थ, घरेलु साज-सज्जा का सामान तथा एसएमई मदें शामिल हैं।
आगंतुकों के लिए नक्षत्र मेला 2022 को अधिक सार्थक बनाने के लिए, आयोजन के दौरान कई संगोष्ठियों के साथ-साथ प्रचार कार्यक्रम भी आयोजित किए जायेंग। यह नौ दिवसीय मेला प्रतिदिन प्रातः 11ः00 बजे से सांय 8ः00 बजे तक खुला रहेगा। आगंतुकों के लिए प्रवेश की सुविधा गेट नं 1 (भैरों मंदिर की ओर) एवं गेट नं. 10 (सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन) से होगी।