मनोरंजक गतिविधियों के लिए लाइसेंस जारी करेगा MCD

-मनोरंजक गतिविधियों हेतु चुकाना होगा 15 हजार पंजीकरण शुल्क और सालाना 15 हजार रूपये

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 14 जून।
दिल्ली नगर निगम (MCD) ने हेल्थ ट्रेड लाइसेंस के अंतर्गत अन्य व्यापारिक गतिविधियों के अंतर्गत स्थाई प्रतिष्ठानों जैसे बैंक्वेट हॉल, खाना खाने के प्रतिष्ठान, लॉजिंग/बोर्डिंग स्थलों एवं अस्थाई जगहों जैसे टैंट, कैनोपी, खुले स्थानों पर मनोरंजक गतिविधियां आयोजित करने संबंधी लाइसेंस देने की प्रक्रिया शरू कर दी है। इस लाइसेंस के अंतर्गत मनोरंजक गतिविधियां जैसे संगीत, गायन, नृत्य, इलेक्ट्रॉनिक/ डिजिटल/ लेजर शो/ होलोग्राफिक प्रोजेक्शन/ वर्चुअल प्रदर्शन आयोजित किए जा सकेंगे।
दिल्ली नगर निगम की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक मनोरंजक गतिविधियों के संचालन के इच्छुक प्रतिष्ठान मनोरंजक गतिविधियों के संचालन स्थल को चिन्हित कर इसका साइट प्लान निगम के पास जमा कराएंगे। लाइसेंस लेने के इच्छुक प्रतिष्ठान दिल्ली नगर निगम को एक शपथ पत्र देंगे कि निगम द्वारा अनुमोदित क्षमता से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था नहीं करेंगे। दिल्ली नगर निगम आवेदन के आधार पर 03 वर्ष या उससे कम अवधि के लिए लाइसेंस जारी करेगा।
अस्थाई स्थलों पर लाइसेंस लेने के इच्छुक प्रतिष्ठानों को अस्थाई अथवा खुली जगह का साइट प्लान जिसमें कि मनोरंजक गतिविधियों के लिए स्थल चिन्हित किया गया हो निगम के पास जमा कराना होगा। इसके अतिरिक्त प्रतिष्ठानों को लोगों की संख्या के अनुपात में पीने के पानी, शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी,इसके साथ ही आयोजनकर्ताओं को मान्यता प्राप्त एजेंसी के द्वारा कीटनाशक रोकथाम उपाय के संदर्भ में प्रमाणपत्र जमा कराना होगा,प्रतिष्ठानों को ठोस एवं तरल कचरे के उचित निष्पादन के लिए कूड़ेदानों एवं अन्य उपकरणों की व्यवस्था करनी होगी। अस्थाई प्रतिष्ठान एक वर्ष या उससे कम अवधि के लिए लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।
सभागार जिनके पास डीएमसी एक्ट 1957 की धारा 422 के अंतर्गत हेल्थ ट्रेड लाइसेंस है उन्हे मनोरंजक गतिविधियों के लिए अलग से लाइसेंस लेने की आवश्यकता नहीं होगी। दिल्ली नगर निगम द्वारा प्रतिष्ठानों को मनोरंजक गतिविधियों के लिए लाइसेंस देने की पहल के चलते प्रतिष्ठान अधिक से अधिक ग्राहक आकर्षित करने में सफल होंगे, जिसके चलते उनकी आय एवं व्यापार में वृद्धि होगी। दिल्ली नगर निगम को अपने राजस्व का संवर्धन करने में मदद मिलेगी एवं नागरिकों को मनोरंजन के नए विकल्प भी मिलेंगे। दिल्ली नगर निगम की यह पहल सभी हितधारकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।