-लंबे समय से स्प्रिट, शैंपू, और खतरनाक केमिकल से बन रहा था दूध
-एमपी के भिंड में अवैध डेयरी पर छापेमारी, बहाया 5 हजार लीटर दूध
टीम एटूजैड/ भिंड। 19 फरवरी, 2020
सेहत का खजाना कहा जाने वाला दूध अब कच्ची शराब से भी ज्यादा जहरीला हो गया है। इससे न केवल लीवर और गुर्दे फेल हो सकते हैं, बल्कि कैंसर भी हो सकता है। भिंड के फूप कस्बे में सुरपुरा रोड पर स्थित ऐसी ही एक अवैध डेयरी से जहरीला दूध बरामद किया। 19 फरवरी बुधवार को खंडहरनुमा मकान में चल रही एक डेयरी पर छापा मारा गया। इस दौरान बड़ी मात्रा में नकली दूध बनाने का सामान पकड़ा गया।
डेयरी संचालक के रामनगर स्थित गोदाम पर भी छापा मारकर बड़ी मात्रा में केमिकल जब्त किए गए हैं। प्रशासन के अधिकिरयों ने मौके पर ही पांच हजार लीटर नकली दूध को नष्ट करा दिया। इस दौरान डेयरी संचालक धीरेंद्र भदौरिया फरार हो गया। छापे की कार्रवाई में माचिस की तीली से सीधी आग पकड़ने वाला स्प्रिट यानी एथेनॉल, शैंपू, हाइड्रोजन जैसे खतरनाक कैमिकल बराम हुए हैं। छापे की जानकारी मिलने पर कलेक्टर छोटे सिंह, एएसपी संजीव कंचन भी मौके पर पहुंच गए। एसडीएम ओएन सिंह ने कहा कि हैरानी की बात तो यह है कि कारखाने के पास इतनी तेज गंध आ रही थी कि खड़ा होना मुश्किल था। इसके बावजूद किसी ने इसकी शिकायत दर्ज नहीं कराई।
छापे के दौरान फूप बीएमओ डॉ डीके शर्मा एथेनॉल के डिब्बे देखकर हैरान रह गए। उन्होंने बताया कि इतना प्योर स्प्रिट तो हमें भी नहीं मिलता। इस स्प्रिट का उपयोग अस्पतालों में घाव साफ करने और ऑपरेशन के औजार साफ करने में किया जाता है। लेकिन वह भी इतना शुद्ध नहीं होता। गौरतलब है कि एथेनॉल या एल्कोहल का उपयोग शराब में किया जाता है।
बनाया जा रहा था धीमा जहर
डाक्टर शैलेंद्र परिहार ने बताया कि एथेनॉल एक प्रकार का शुद्ध स्प्रिट है। इसका लगातार सेवन करने से आंतों, लीवर और गुर्दे संबंधी बीमारियां होती हैं। यहां तक कि इससे कैंसर का भी खतरा रहता है। केमिकल से बना दूध शरीर के लिए धीमे जहर का कार्य करता है। बता दें कि इस अवैध फैक्ट्री में लंबे समय से बड़ी मात्रा में जहरीला दूध बनाकर बेचा जा रहा था।
छापेमारी में बरामद हुए कैमिकल
माल्टो डेक्सिन पाउडर- 17 बोरी
रिफाइंड ऑयल- 19 कार्टून
पॉम ऑयल- 300 लीटर
हाइड्रोजन (20 लीटर वाली)- 9 केन
शैंपू- 20 डिब्बे
एथेनॉल (100 प्रतिशत शुद्ध स्प्रिट)- 03 डिब्बे