MCD BREAKING: कमाई 1113 करोड़, सफाई कर्मचारियों को 229 करोड़, बाकी 884 करोड़ कहां गये?

-दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने उठाया सभी निगम कर्मियों को एक साथ वेतन देने का मुद्दा

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 4 जुलाई, 2023।
दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों के वेतन का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। मंगलवार को मेयर शैली ओबरॉय ने ऐलान किया कि उन्होंने नगर निगम के इतिहास में पहली बार सफाई कर्मचारियों को 1 तारीख को वेतन का भुगतान कर दिया है। इसके लिए 229 करोड़ रूपये जारी किये गये हैं। इसको लेकर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने सवाल उठाये हैं कि बाकी के 884 करोड़ रूपये का भुगतान आम आदमी पार्टी के नेताओं ने किसे कर दिया?
दिल्ली नगर निगम में प्रतिपक्ष के नेता राजा इकबाल सिंह ने मेयर के इस दावे के बाद कहा कि सोमवार को मेयर ने ही दावा किया था कि नगर निगम ने पहली तिमाही में केवल हाउस टैक्स के जरिये 1113 करोड़ रूपये इकट्ठा किये हैं। लेकिन सफाई कर्मचारियों के वेतन पर केवल 229 करोड़ रूपये खर्च किये गये हैं। ऐसे में बाकी के 884 करोड़ रूपये आप नेताओं ने किसको बांट दिये? यदि किसी और को यह राशि नहीं दी गई होती तो निगम के सभी कर्मचारियों को वेतन दिया जा सकता था।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि 1113 करोड़ रूपये का राजस्व तो केवल संपत्ति कर से आया है। जबकि नगर निगम के पास पार्किंग, विज्ञापन, लाइसेंसिंग व अन्य कई ऐसे मद हैं जिनसे निगम को राजस्व प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि नगर निगम के कर्मचारियों को 2 महीने से वेतन नहीं मिला है। डीबीसी कर्मचारियों की हालत तो और भी ज्यादा खराब है। ऐसे में नगर निगम के पास अरबों रूपये होने के बावजूद बाकी के निगम कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी की महापौर को मैं याद दिलाना चाहता हूँ कि वे स्वयं 2022-23 में उत्तरी दिल्ली के महापौर थे और भाजपा के कार्यकाल के दौरान भी निगम के सफ़ाई कर्मचारियों को समय पर वेतन दिया जाता था। जबकि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने निगम का बकाया फंड कभी भी समय पर नहीं दिया था और उसके बावजूद हमने कर्मचारियों को समय पर वेतन देने का कार्य किया था।
राजा इक़बाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी की महापौर यदि आज प्रेस वार्ता में इस बात की घोषणा करती कि निगम के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को महीने की पहली तारीख़ पर वेतन दिया जा रहा है तो ज़्यादा ख़ुशी होती। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी यह बताए यदि संपत्तिकर में बढ़ोतरी हो रही है तो कर्मचारियों को समय पर वेतन क्यों नहीं दिया जा रहा? चुनाव के समय आम आदमी पार्टी ने वादा किया था कि निगम कर्मचारियों को महीने के पहले सप्ताह में वेतन दे दिया जाएगा मगर ऐसा लगता है कि यह वादा भी आम आदमी पार्टी के अन्य वादों की तरह एक चुनावी जुमला था।
विधानसभा व निगम में आप की सरकार… फिर भी लाचार
राजा इक़बाल सिंह ने कहा कि अब तो दिल्ली सरकार में और दिल्ली नगर निगम में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है फिर भी ये लोग कर्मचारियों को समय पर वेतन क्यों नहीं दे पा रहे हैं ये एक बहुत बड़ा सवाल है। आम आदमी पार्टी के निगम प्रभारी श्री दुर्गेश पाठक ने दो माह पूर्व प्रैस वार्ता कर इस बात का दावा किया था कि उन्होंने निगम कर्मचारियों को समय पर वेतन देकर केजरीवाल की एक गारंटी को पूरा कर दिया है और आज आम आदमी पार्टी की महापौर ये दावा कर रही है कि वे सफ़ाई कर्मचारियों को समय पर वेतन दे रही है। इस बात से ये स्पष्ट होता है कि आम आदमी पार्टी को ही नहीं पाता कि कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। उन्होंने आम आदमी पार्टी से माँग की कि निगम के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों का जल्द से जल्द बकाया वेतन जारी किया जाए अन्यथा भारतीय जनता पार्टी सदन में आम आदमी पार्टी की विफलता पर पुरज़ोर तरीक़े से विरोध करेगी।