-16 जून को आयोजित किया गया सम्मान समारोह
टीम एटूजैड/ नई दिल्ली
पत्रकारों एवं कलाकारों के सम्मान के लिए 44वें मातृश्री मीडिया पुरस्कारों में विभिन्न क्षेत्र के 29 पत्रकारों को सम्मानित किया गया। अवार्ड कमेटी के संयोजक एवं मातृस्वर के मुख्य सम्पादक दिनेश शर्मा ने बताया कि इस बार अयुष्मान खुराना अभिनीत फिल्म बधाई हो को सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया है। समारोह में आए लोगों को फिल्म भी दिखाई गई।
जिन पत्रकारों के नामों पर मोहर लगी है उनमें पीटीआई से वरिष्ठ पत्रकार सर्वोत्तम जी महाठा जयपुरियार, भाषा से वरिष्ठ पत्रकार नमिता सिंह, और यूएनआई से अग्रज प्रताप सिंह व यूनिवार्ता से जितेन्द्र कुमार के अतिरिक्त नव भारत टाइम्स से पूनम गौड़, सांध्य टाइम्स से रवि भूषण द्विवेदी तथा पंजाब केसरी से कुणाल कश्यप, टाइम्स आफ इंडिया के चीफ कार्टूनिस्ट संदीप अधवारियो का नाम प्रमुख है। दिनेश शर्मा के मुताबिक दैनिक हिन्दुस्तान से सज्जन चौधरी, पीटीआई से फोटो पत्रकार दुर्गा प्रसाद मिश्रा, एनएनआई एजेंसी से संवाददाता राजीव कुमार रंजन और कैमरामेन राहुल सिंह सहित दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार संजीव गुप्ता और फोटोग्राफर पारस, अमर उजाला के सीनियर रिपोर्टर धीरज बैनिवाल, हरि भूमि से विनोद मणि गौतम, हमारा समाज (उर्दू) से मिन्हाज अहमद को सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में चयन समिति ने इंडिया न्यूज से विडिओ जर्नलिस्ट दिलीप अवस्थी, टोटल टीवी से सूरवीर सिंह, राजस्थान पत्रिका से फोटो एडीटर शैलेन्द्र पाण्डेय, एमएच-1 टीवी से प्रेम सिंह, आज तक टीवी से रंजीत सिंह, धर्म वेबसाइट से अरविन्द कुमार शर्मा, इंडिया न्यूज के वरिष्ठ पत्रकार विष्णु शर्मा आदि को सम्मनित किया गया। इसके अतिरिक्त जे एडं के एंड गुलशतान न्यूज के विजय कुमार तोगा, सांध्य महालक्ष्मी भाग्योदय से फिल्म समीक्षक विजय कुमार, शगुफ्ता टीवी टाइम्स हिन्दी वार्ता से प्रवीण अर्शी और साहित्यकार एवं वरिष्ठ लेखक एस एस डोगरा आदि को सम्मानित किया गया। समारोह का आयोजन 16 जून, 2019 को चांदनी चौक स्थित अभिषेक सिनेप्लेक्स में किया गया। इस अवार्ड की शुरूआत आपातकाल के दौरान पत्रकारों से हुये दुर्व्यवहार और उनकी निर्भीकता को देखकर की गई थी।
शहीद पत्रकार लाला जगतनारायण ने दिल्ली आकर इस अवार्ड का शुभारम्भ कराया था। पूर्व राजनीतिज्ञ प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा ने भारत माता की शील्ड से अलंकृत किया था। हमारा नारा है … लेखनी जो सत्ता की दासी नहीं रही, सरकारी इनामों की भी प्यासी नहीं रही, यह स्वाभिमान अपना जगाती ही रहेगी और नकाब गद्दारों के उठाती ही रहेगी। समारोह में पुरस्कृत फिल्म बधाई हो का प्रदर्शन भी होगा।