मनोज तिवारी को मिल सकता मंत्रालय… कई दूसरों को मिलेगी नई जिम्मेदारी!

-लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी का बिहार और पंजाब पर फोकस
-मनोज तिवारी बिहार और हंसराज हंस पंजाब से लड़ सकते हैं चुनाव

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 3 जुलाई, 2023।
उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से सांसद और दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (Delhi BJP) के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी (Manoj Tiwari)nको मोदी सरकार में मंत्रालय मिल सकता है। केवल इतना ही नहीं कई दूसरे बड़े नेताओं को मंत्रालय की जिम्मेदारी से हटाकर पार्टी संगठन के काम में लगा सकती है। सूत्रों का कहना है कि जल्दी ही केद्रीय मंत्रीमंडल में फेरबदल हो सकता है। मनोज तिवारी बीजेपी के स्टार प्रचारक रहे हैं और पार्टी उनका हर चुनाव में भरपूर उपयोग करती रही है।
पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि सांसद मनोज तिवारी को केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल किया जा सकता है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि बिहार में बीजेपी की स्थिति को मजबूत बनाया जा सके। सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि मनोज तिवारी को बिहार की किसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। इसी तरह उत्तर पश्चिमी दिल्ली से सांसद हंसराज हंस को भी पंजाब की किसी लोकसभा सीट से चुनाव में उतारने की चर्चा की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि आने वाले दिनों में करीब एक दर्जन के आसपास मंत्रियों को संगठन की बागडोर सोंपी जा सकती है। उनकी जगह पर कई नये चेहरों को मंत्रीमंडल में मौका दिये जाने पर विचार किया जा रहा है। ऐसे नेताओं में भूपेंद्र यादव सहित कई लोगों का नाम लिया जा रहा है। कहा जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व का मानना है कि जो लोग पहले से संगठन में अच्छा काम करते रहे हैं, उन्हें एक बार फिर से संगठन की जिम्मेदारी सोंपी जाये।
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं, ऐसे में बीजेपी उन्हें उन्हीं के घर में घेरने की रणनीति तैयार कर रही है। दूसरी ओर पंजाब में बीजेपी का बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं रहा है और फिलहाल वहां आम आदमी पार्टी विधानसभा के सत्ता में है। ऐसे में बीजेपी कुछ और चर्चित चेहरों को पंजाब में चुनावी मैदान में उतारना चाहती है, इनमें से एक चेहरा हंसराज हंस भी हैं।
‘हरित’ के चलते कट सकता है ‘हंस’ का पत्ता
पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि हाल ही में प्रीता हरित भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई हैं। वह अनुसूचित जाति वर्ग से आती हैं और वरिष्ठ अधिकारी रही हैं। उनके लिए दिल्ली की उत्तर प्रश्चिम दिल्ली सीट को रिजर्व बताया जा रहा है। ऐसे में सांसद हंसराज हंस का पत्ता वैसे भी कटा हुआ बताया जा रहा है।
क्रिकेटर से संगठन में नाराजगी
पूर्वी दिल्ली से लोकसभा सदस्य और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर का पत्ता भी इस बार साफ हो सकता है। पार्टी में चर्चा आम है कि उनके साथ पार्टी संगठन के नेताओं की बन नहीं पा रही है। उनके साथ संगठन के किसी न किसी नेता की झगड़ा होना आम बात हो गई है। अभी पिछले दिनों पार्टी विधायक ओम प्रकाश शर्मा के साथ गौतम गंभीर के पीए का झगड़ा सार्वजनिक तौर पर हो गया था। यहां तक कि झगड़े से पहले गौतम गंभीर ने अपने संबोधन में पार्टी विधायक ओम प्रकाश शर्मा और अनिल बाजपेयी का नाम तक नहीं लिया था।