-ट्रेन और हवाई सेवाओं को भी 30 तक स्थगित करने की मांग
-केंद्र से पांच राज्यों ने की है लॉकडाउन का समय बढ़ाने की मांग
टीम एटूजैड/ भुवनेश्वर
लॉकडाउन का समय 15 अप्रैल से बढ़ाकर 30 अप्रैल तक कर दिया गया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरूवार को इस निर्णय की घोषणा की। ओडिशा लॉकडाउन की समयसीमा अपनी ओर से बढ़ाने वाला पहला राज्य बन गया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि ट्रेन और हवाई सेवाओं को 30 अप्रैल स्थगित रखा जाए।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार एक ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी। गौरतलब है कि अब तक पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन का समय बढ़ाने की बात कही है। ओडिशा सरकार ने राज्य में स्कूल-कॉलेज 17 जून तक बंद कर दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए देशभर में 25 मार्च से 14 अप्रैल तक के लिए 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी। कोरोना के लिए गठित मंत्रीसमूह की उच्च स्तरीय बैठक में भी लॉकडाउन को लेकर चर्चा तो हुई लेकिन इसके मामले में कोई फैसला नहीं हो पाया था। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक में विभिन्न दलों के नेताओं (सांसदों) के साथ भी चर्चा की थी।
प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई इस चर्चा में विभिन्न दलों के 16 सांसदों ने हिस्सेदारी की थी। कई सांसदों ने इस बैठक में लॉकडाउन की समयसीमा बढ़ाने का सुझाव दिया था। बीजू जनता दल की सांसद पिनाकी मिश्रा ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि लॉकडाउन एक बार में खत्म नहीं किया जाएगा। कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार लॉकडाउन को 14 अप्रैल के बाद बढ़ा सकती है।
मंत्रीसमूह में लॉकडाउन पर चर्चा
मोदी सरकार द्वारा कोरोना पर गठित मंत्रिसमूह की पहली बैठक में भी लॉकडाउन पर चर्चा की गई थी। यह बैठक 7 अप्रैल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई थी। इसमें गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। इसके बाद मंत्रिसमूह ने स्कूल-कॉलेज, मॉल और धार्मिक स्थल और भीड़-भाड़ वाले स्थलों को 15 मई तक बंद रखने की सिफारिश की गई है। सूत्रों के मुताबिक मंत्रिसमूह ने सुझाव दिया है कि लॉकडाउन 14 अप्रैल से आगे नहीं बढ़ने की सूरत में भी ये गतिविधियां बंद रखनी चाहिए।
मंत्रिसमूह (जीओएम) करेगा सिफारिश
देश में कोरोना वायरस महामारी के कारण पैदा हुए हालातों और भविष्य की रणनीति के लिए सुझाव देने की जिम्मेदारी मंत्रि समूह को सोंपी गई है। पिछली बैठक में समूह में शामिल मंत्रियों ने सिफारिश की थी कि धार्मिक केंद्र, मॉल और शैक्षणिक संस्थानों को 14 अप्रैल के बाद 4 सप्ताह तक सामान्य तौर पर बंद रखा जाए। सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगाई जाए। भीड़-भाड़ इकट्ठा होने की आशंका वाले स्थानों पर ड्रोन के जरिए निगरानी की जाए। माना जा रहा है कि अब स्कूल ऑर कॉलेज जून के बाद ही खोले जाएंगे।