अरविंद केजरीवाल नैतिक जिम्मेदारी स्वीकारें और अविलंब इस्तीफा देंः बीजेपी
एसएस ब्यूरो/नई दिल्ली, 25 अप्रैल, 2023।
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा (Virender Sachdeva) ने मांग की है कि 45 करोड़ की लागत से बनवाये गये अपने शीश महल को अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को आम जनता के लिए खोलना चाहिए। उन्होंने बुधवार को कहा कि आज सामने आये एक स्टिंग ऑपरेशन ने दिल्ली की जनता के साथ ही भारतीय जनता पार्टी को भी स्तब्ध किया है। एक बार फिर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की संवेदनहीनता को दर्शाया है। आज यह साबित हो गया है कि अरविन्द केजरीवाल घर में नहीं शीशमहल में रहते हैं और हम मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री केजरीवाल अपने शीशमहल को जनता के देखने के लिये सार्वजनिक रूप से खोलें। सचदेवा ने कहा है अरविंद केजरीवाल नैतिक जिम्मेदारी स्वीकारें और अविलंब इस्तीफा दें।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष (Delhi BJP President) ने कहा है कि 2020 से 2022 का काल जो कि कोविडकाल था उस दौरान अनेक विकास कार्य धन के अभाव के कारण सरकारों ने स्थगित किये पर आज सामने आये स्टिंग ऑपरेशन से दिल्लीवाले स्तब्ध हैं कि उस कोविडकाल में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने अपने घर और ऑफिस दोनों के सौंदर्यकरण पर 44.78 करोड़ रूपये खर्च किये।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि कोविडकाल की पीक पर 1 सितम्बर 2020 से लेकर 30 दिसम्बर 2021 का 16 माह का वक्त ऐसा था जब बड़े से बड़ा उघोग व्यापार भी मंदी की मार झेल रहा था, दिल्ली सरकार का राजस्व आधे से भी कम पर आ गया था और दिल्ली सरकार ने विकास कार्य ही नहीं अनेक राहत कार्य तक धन अभाव में रोक दिये थे। कोविडकाल पीक के 16 माह के दौर में अरविन्द केजरीवाल द्वारा अपने घर एवं ऑफिस पर लगभग 45 करोड़ रूपया खर्च करना उनकी संवेदनहीनता का एक बड़ा प्रमाण है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि मुख्यमंत्री के बंगले में आर्टिस्टिक ऑर्नामेन्टल कामों के साथ ही अन्य सौंदर्यकरण पर 11 करोड़ से अधिक के खर्च की बात सुनकर दिल्लीवाले आज यह सोच रहे हैं कि आखिर मुख्यमंत्री का आवास कितना बड़ा और भव्य है, क्योंकि आज भी 11 करोड़ में तो दिल्ली में एक अच्छाखासा बंगला बन जाता है। इसी तरह दिल्लीवाले स्तब्ध हैं कि बंगले में 2.58 करोड़ रूपये बिजली की फिटिंग पर तो 1.10 करोड़ रूपया रसोई बनाने पर कैसे लग गया क्योंकि सवाल फिर वही है कि इतने रूपयों में तो आज भी दिल्ली में एक छोटा मकान या अच्छे पॉस एरिया में फ्लैट बन जाता है।
सचदेवा ने कहा है कि साधारणतः यह समझ से भी परे है कि आखिर वह 3 अलमारियां कैसी होंगी जिनको बनाने पर 25 लाख रूपये खर्चे किये गये। सामने आई जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के आवास पर अनके माता-पिता के लिये बनी अलमारी की लागत लगभग 12 लाख तो उनके पुत्र के लिय बनी अलमारी की लागत 8 लाख एवं बेटी के लिये बनी अलमारी पर लगभग 4 लाख रूपये खर्च किये गये। इसी तरह उनके बच्चों के टॉयलेट के सौंदर्यकरण पर 15 लाख रूपये खर्च कर दिये गये।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि अरविन्द केजरीवाल आज दिल्ली की जनता के प्रति जवाबदेह हैं कि कोविडकाल में जब अधिकांश लोक विकास कार्य ठप्प थे उन्होंने अपने बंगले के सौंदर्यकरण पर लगभग 45 करोड़ रूपये किस नैतिक अधिकार से खर्च किये।