भारत की हेमलता नेपाल की अंजली तेली बनकर पहुंची विश्व महिला चैंपियनशिप में… अब उठ रहे गंभीर सवाल

-महिला मुक्केबाज के खिलाफ कार्रवाई में सुस्ती बरत रहे इंटरनेशनल एवं भारतीय मुक्केबाजी फेडरेशन

विजय कुमार/ नई दिल्ली, 18 मार्च, 2023।
अब तक भारत (India) की ओर से दिल्ली (Delhi) का प्रतिनिधित्व करती रही महिला मुक्केबाज (Boxer) अब नाम बदलकर नेपाल (Nepal) की ओर से खेल रही है। यह सनसनीखेज खुलासा इस खिलाड़ी के अपना पहला मैच जीतने के बाद हुआ है। दिल्ली के इंदिरागांधी स्पोर्टस काम्पलैक्स में इन दिनों विश्व महिला मुक्केबाजी का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन पर भी विवाद उठने शुरू हो गए है। इस बार विवाद एक ऐसी महिला खिलाडी को लेकर खडा हुआ है, जो कुछ महीने पूर्व तक भारतीय चैंपियनशिपों में दिल्ली राज्य का प्रतिनिधित्व करती रही। मगर कुछ माह के भीतर ही यह खिलाडी भारत के पडोसी देश नेपाल की ओर से विश्व महिला मुक्केबाजी में खेलने के लिए पहुंच गई। जहां उसने डोमोनिका देश की खिलाडी के खिलाफ अपने पहले मुकाबले में जीत भी दर्ज कर ली।
लेकिन जीत के बाद विश्व महिला मुक्केबाजी का मुकाबला देखने पहुंचे मुक्केबाजों ने इस महिला मुक्केबाज को पहचान लिया। अब सवाल यह उठ रहा है कि जो महिला खिलाड़ी अब तक भारत की ओर से खेल रही थी, वह नेपाल की ओर से कैसे खेल रही है? जबकि इंटरनेशनल मुक्केबाजी एसोसिएशन के नियमों के अनुसार कोई मुक्केबाज तभी दूसरे देश से खेल सकता है, जब उसके पास उस देश का पासपोर्ट हो ओर उसने पिछले देश से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया हो। इसके लिए कम से कम तीन साल का नियम बताया जा रहा है। ऐसे में यह मामला धीरे-धीरे एक सनसनी के रूप में मुक्केबाजी जगत में फैलता जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो नेपाल की ओर से खेलने वाली अंजनी तेली (Anjani Teli), हेमलता (Hemlata) के नाम से बॉक्सिंग फेडरेशन आफ इंडिया (Boxing Federation of India) द्वारा वर्ष 2021 में हिसार में आयोजित राष्टृय चैंपियनशिप में दिल्ली का प्रतिनिधित्व कर चुकी है। यहीं नहीं उसने दिल्ली राज्य मुक्केबाजी में स्वर्ण पदक भी जीता था। यह स्वर्ण उसने 52 किलोभार वर्ग में जगजीत कौर को हराने पर पाया था, तभी वह राष्टृय प्रतियोगिता में खेल सकी।

मजेदार बात यह है कि उक्त अंजनी तेली या हेमलता से दिल्ली की जिस मुक्केबाज महिला जगजीत कौर को रजत पदक पर संतोष करना पडा था। उसी ने उसको नेपाल का प्रतिनिधित्व करने पर पहचान लिया। भारतीय प्रतियोगिताओं के दौरान जगजीत कौर उस पर अपना विरोध जता चुकी है। मगर हद तो तब हो गई जब अंजनी ने सभी नियमों को ताक पर रखकर भारतीय राज्यों का प्रतिनिधित्व बदलने के बजाए देश ही बदल डाला।
सूत्रों कि मानें तो जगजीत कौर ने जब इसकी जानकारी अपने सबंधित मुक्केबाजी कोचों को दी तो पहले किसी ने भरोसा नहीं किया। मगर जब नेपाल की तरफ से हेमलता उर्फ अंजनी को खेलता देखा तो चोरी की पता चल गया। जिसके बाद जगजीत कौर के कोच ही नही, अन्य कोचों ने भी भारत सरकार के खेल मंत्रालय, भारतीय बॉक्सिंग फेडरेशन, भारतीय ख्रेल प्राधिकरण, खेलों इंडिया आदि सबंधित विभागों को शिकायत की।
उक्त शिकायत को लेकर विभाग के लोग कह रहे है कि वह सही है, मगर उस पर कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। ऐसे में अंजनी अगर विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में एक ओर मुकाबला जीत जाती है तो उसका क्वार्टर फाइनल में भारतीय महिला मुक्केबाज से मुकाबला होगा। ऐसे में क्या अंजनी के भारतीय मुक्केबाज से भिडने के उपरांत सभी विभागों के अधिकारी कार्रवाई करेंगे? इस संबध में प्रत्येक विभागों को लिखित और फोन पर शिकायत तो की, मगर किसी ने भी इस पर बात करना उचित नहीं समझा। फिलहाल महिला खिलाडी मुक्केबाज और कोच सच्चाई को लेकर दरदर भटक रहें है, यह सोच कर कि कभी तो उनकी जीत होगी, या कहिए कि अधिकारियों के कानों में जू रेगेंगी।

इस बाबत जब हेमलता उर्फ अंजनी से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि यह सही है 2021 में, मैं दिल्ली से खेली थी यह मेरा बॉक्सिंग का पहला टूर्नामेंट था। इसमें मैंने पासपोर्ट अप्लाई करने वाला पर्चा दिखाया था जिसके बाद पासपोर्ट नहीं बना। मैं क्योंकि दिल्ली में पैदा हुई थी इसलिए दिल्ली से खेली थी, क्योंकि मेरा परिवार नेपाल में रहता है, पिता 20 वर्ष पहले दिल्ली आए थे। लेकिन मेरे चाचा ताऊ सब नेपाल में आज भी रहते हैं, मैं वापस चली गई नेपाल। अब मैं नेपाल से ही खेल रही हूं, इस चैंपियनशिप में और नेपाल से ही मेरा पासपोर्ट बना हुआ है। खास बात ये है कि उन्होंने अपना नाम बदलने का कारण अब भी नहीं बताया है। सबसे बड़ा सवाल है कि अपने नाम के साथ तेली लगाने के पीछे कहीं सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाना तो मकसद नहीं है।