-बीजेपी ने आयुक्त से की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग को सुरक्षित रखने की मांग
-फेंकी पानी की खाली बोतलें, डायस तोड़ा… बैलट बॉक्स फेंका
जे.के.शुक्ला/ नई दिल्लीः 23 फरवरी, 2023।
माननीयों के सदन दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) के सदन की पहली बैठक की शुरूआत लात-घूंसों के साथ हुई। जिन प्रतिनिधियों के ऊपर दिल्ली की जनता की सुविधा के लिए साफ-सफाई व मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कार्ययोजना पर चर्चा करने की जिम्मेदारी है वह बुधवार को एक-दूसरे दलों के नेताओं को नीचा दिखाने के लिए मारपीट करते नजर आये। आश्चर्य की बात यह है कि तीनों निगमों को एक करने के बाद एकीकृत नगर निगम की पहली विधिवत बैठक थी।
दरअसल बुधवार को ही मेयर (Mayor) व डिप्टी मेयर (Deputy Mayor) का चुनाव हुआ था और चुनाव के साथ पहली बार दिल्ली के महापौर के बतौर शैली ओबरॉय (Shaly Oberoi) बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। पहली बैठक में ही जब यह स्थिति रही तो आगे आने वाले समय में नगर निगम की बैठकों में रहने वाले माहौल का अंदाजा लगाया जा सकता है। आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के निगम पार्षदों के बीच कई बार तू-तू मैं-मैं होती देखी गई। यहां तक कि आप के पार्षद तो बीजेपी के पार्षदों के ऊपर हाथ उठाते कैमरे में कैद हो गये।
आप पार्षद देवेंद्र कुमार के द्वारा बीजेपी पार्षद प्रमोद गुप्ता को थप्पड़ मारे जाने का वीडिया सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बुधवार की सुबह से गुरूवार की सुबह तक मारपीट की यह कोई एक मात्र घटना नहीं है, बल्कि इस तरह की घटनाएं 20-22 घंटों के बीच कई बार नजर आईं। दूसरी ओर बीजेपी पार्षदों ने मेयर के डायस के साथ बैलट बॉक्स भी उठाकर फेंक दिये।
आप पार्षद को निलंबित करने, वीडियो रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखने की मांग
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने निगम आयुक्त को पत्र लिखकर मांग की है कि वह बुधवार को सांय 6 बजे के बाद की बैठक की पूरी रिकॉर्डिंग को अपने अधिकार में सुरक्षित रख लें, ताकि आरोपी पार्षदों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सके। क्योंकि आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने बीजेपी के पार्षदों के साथ मारपीट की है। उन्होंने एक वीडिया ट्वीट भी किया है जिसमें आप के पार्षद देवेन्द्र कुमार भाजपा पार्षद प्रमोद गुप्ता को थप्पड़ मार रहे हैं। उन्होंने मेयर से मांग की है कि वह हिंसक देवेंद्र कुमार को सदन की बैठक से निलंबित करें।
प्रवीण शंकर कपूर ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि नई महापौर शैली ओबरॉय ने मनमाने ढंग से सदन स्थगित किये पर समय का पालन नही किया। उन्होने रात भर में आठ बार स्थगन किये और उदाहरणार्थ 30 मिनट का स्थगन किया तो एक घंटे बाद वापस आईं