कारनामाः 15वीं सदी के ASI संरक्षित महल को गिराकर DJB सीईओ के लिए बनाया अवैध बंगला

-बीजेपी ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 27 अप्रैल, 2023।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के बंगले पर मोटी रकम के खुलासे के बाद अब एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। दिल्ली सरकार ने राजधानी के जल विहार में स्थित एएसआई (ASI) संरक्षित एक स्मारक महल को गिराकर उसकी जगह पर 600 मीटर का एक और बंगला बना डाला। बताया जा रहा है कि कोविड काल के दौरान यह बंगला दिल्ली जल बोर्ड (Delhi Jal Board) द्वारा तत्कालीन सीईओ उदित प्रकाश आईएएस (CEO Udit Prakash) के कहने पर बनवाया गया था।
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virender Sachdeva) ने इस मामले में एक पत्र लिखकर उपराज्यपाल का ध्यान आकर्षित किया है। पत्र में कहा गया है कि यह चैंकाने वाली बात है कि दिल्ली जल बोर्ड ने 2021 के गंभीर कोविड चरण के दौरान एक संरक्षित स्मारक को ध्वस्त करने का यह घिनौना कृत्य किया और उसके बाद तेजी से उस पर 600 मीटर का बंगला बना डाला।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि 600 मीटर के बंगले को बनाने में सामान्य तौर पर करीब 15 करोड रूपसे़ का खर्च आता है और यह आश्चर्य की बात है कि यह बजट कैसे स्वीकृत हुआ और तत्कालीन सीईओ उदित प्रकाश और उनके तत्कालीन प्रभारी मंत्री सत्येंद्र जैन की निर्माण राशि स्वीकृत करने में भूमिका की जांच की जानी चाहिए।
सचदेवा ने पत्र में कहा है कि यह आश्चर्य की बात है कि दिल्ली जल बोर्ड ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की मंजूरी के बिना निडरता से संरक्षित स्मारक को ध्वस्त कर दिया और फिर बंगले के निर्माण के लिए दिल्ली शहरी कला आयोग या तत्कालीन प्रासंगिक दक्षिण दिल्ली नगर निगम की मंजूरी भी नहीं ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने उपराज्यपाल से पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने का अनुरोध किया है। दूसरी ओर दिल्ली प्रदेश बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बंगले पर 45 करोड़ रूपये खर्च किये जाने के विरोध में सीएम आवास पर विरोध प्रदर्शन किया।