पार्टी में टूट के डर से AAP ने डाले हथियार… दिल्ली के मेयर बने राजा इकबाल!

-एटूजेड न्यूज की खबर पर लगी मुहर, 21 मार्च को छापी थी खबर
-आप ने मेयर चुनाव से खींचे हाथ, कांग्रेस ने कराया उम्मीदवारों का नामांकन

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 21 अप्रैल।
25 अप्रैल को दिल्ली के मेयर एवं डिप्टी मेयर के चुनाव होने हैं। परंतु इससे पहले ही आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव में उतरने से मना कर दिया है। माना जा रहा है कि आप ने यह फैसला हार की आशंका और पार्टी के निगम पार्षदों में टूट की वजह से लिया है। एक ओर सोमवार को जहां बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने मेयर एवं डिप्टी मेयर पद के लिए अपने नामांकन पत्र दाखिल कर दिये दूसरी ओर आप ने घोषण की कि वह दिल्ली नगर निगम के मेयर एवं डिप्टी मेयर के चुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी।

बता दें कि दिल्ली के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव 25 अप्रैल को होना है। इसके लिए 21 अप्रैल को नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख थी। सोमवार को बीजेपी की ओर से मेयर पद के लिए राजा इकबाल सिंह और डिप्टी मेयर पद के लिए जयभगवान यादव ने अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किये। गौरतलब है कि राजा इकबाल सिंह वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष एवं जयभगवान यादव उप नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। राजा इकबाल सिंह इससे पहले उत्तरी दिल्ली के मेयर रह चुके हैं। एटूजेड न्यूज ने बीते 21 मार्च को ही इस खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था कि बीजेपी इस बार मेयर पद के लिए राजा इकबाल सिंह को चुनावी मैदान में उतार सकती है। अब सोमवार को उन्हें दिल्ली प्रदेश बीजेपी की ओर से अपना मेयर पद का उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद उस खबर पर पार्टी की मुहर लग गई है।

कांग्रेस की ओर से मेयर पद के लिए निहाल विहार वार्ड से निगम पार्षद मनदीप सिंह एवं डिप्टी मेयर पद के लिए अबुल फजल एन्क्लेव वार्ड से अरीबा खान ने निगम सचिव कार्यालय में अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किये। गौरतलब है कि कांग्रेस के टिकट पर इस बार केवल 9 निगम पार्षद जीतकर आये थे। इनमें से एक निगम पार्षद ने पार्टी पहले ही छोड़ दी है।
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने सोमवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी दिल्ली के मेयर के चुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। दोनों नेताओं ने घोषणा की कि आप दिल्ली नगर निगम में मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी और बीजेपी की ट्रिपल इंजन सरकार सत्ता में होगी तो वह जनता के साथ किये गये वादों को पूरा करके दिखाये। हालांकि इंद्रपस्थ के सियासी गलियारों में चर्चा है कि आप के कई निगम पार्षद मौजूदा समय में पार्टी छोड़ने को तैयार हैं। यदि आप मेयर व डिप्टी मेयर चुनाव में भागीदारी करती है तो आप की करारी हार निश्चित है। वहीं करीब एक दर्जन निगम पार्षद भी पार्टी को टाटा- बॉय बॉय कर सकते हैं। ऐसे में आप नेतृत्व ने मेयर के चुनाव से दूर रहने में ही अपनी भलाई समझी है।