‘तीर्थों एवं मंदिरों पर धार्मिक श्रद्धालुओं के लिए अत्यधिक सुविधा विकसित की जाए’

-धर्म यात्रा महासंघ की बैठक में लिया गया फैसला

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 29 अप्रैल।
धर्मयात्रा महासंघ (Dharm Yatra Mahasangh) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक (National Executive Meeting) में फैसला लिया गया कि सभी तीर्थों एवं मंदिरों पर धार्मिक श्रद्धालुओं के लिए अत्यधिक सुविधा विकसित की जायें। महासंघ की यह बैठक 27 एवं 28 अप्रैल 2024 को कारसेवकपुरम, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय की उपस्थिति में संपन्न हुई। चंपत राय ने बताया कि धर्मयात्रा महासंघ का उद्देश्य है कि “भारत की आत्मा तीर्थों में वास करती है, तीर्थों का विकास भारत का विकास है।’’ उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इसी के संदर्भ में सभी तीर्थों का विकास कर रही है, जिसमे काशी विश्वनाथ कोरिडोर, उज्जैन, सोमनाथ आदि ताकि लोगो को तीर्थों पर जाने में आसानी रहे।
बैठक में महासंघ के राष्ट्रीय मंत्री संजीव शर्मा ने ऐतिहासिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसमे श्रीराम मंदिर, अयोध्या का निर्माण होने पर एवं देश में सभी तीर्थ स्थानों का नवीनीकरण एवं विकास हेतु देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया, जिसका सभी पदाधिकारियों ने समर्थन किया।
बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज, धर्म यात्रा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धार्थ भाई मानकीवाला, धर्मयात्रा महासंघ के रा.का. अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल, राष्ट्रीय संयोजक सुनील शर्मा, क्षेत्रीय संगठन मंत्री शिवनारायण सिंह, नरेंद्र बिन्दल, राष्ट्रीय महामंत्री के.के अग्रवाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हितेन्द्र संघल, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश गुप्ता सहित देशभर से आए कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहे।