DELHI BJP: जो खुद 6 महीने तक ‘विपक्ष का नेता’ नहीं बन पाये, उन्होंने उठाया स्थायी समिति के गठन का सवाल

-नेता विपक्ष के नेतृत्व में भाजपा के गिने-चुने पार्षदों ने महापौर को सोंपा ज्ञापन

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 18 जुलाई, 2023।
जो दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) के चुनाव के बाद अपने ही निगम पार्षदों के करीब 6 महीने तक नेता यानी कि निगम में विपक्ष के नेता नहीं बन पाये, उन्होंने मंगलवार को नगर निगम में स्थायी समिति (Standing Committee) और वार्ड कमेटियों के चुनाव नहीं कराने का सवाल उठाया है। दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इक़बाल सिंह ने मंगलवार को कई निगम पार्षदों के साथ दिल्ली की महापौर (MAYOR) आम आदमी पार्टी (AAP) के निगम पार्षद शैली ओबरॉय से मुलाक़ात कर स्थायी समिति के गठन के लिए ज्ञापन सौंपा।
बीजेपी पार्षदों की ओर से दिये ज्ञापन में कहा गया है कि स्थायी समिति व वार्ड समितियों का गठन अप्रैल व मई माह में हो जाना चाहिए था लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी इनके गठन की प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हुई है। स्थायी समिति का गठन न होने के कारण दिल्ली नगर निगम के वित्त संबंधित महत्वपूर्ण प्रस्ताव लंबित पड़े हैं जिसकी वजह से दिल्ली में विकास कार्य प्रभावित हो रहे है।
कमजोर पड़ रही बीजेपी, गिने-चुने पार्षद ही आते हैं नजर
बताया जा रहा है कि दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के ज्यादातर पार्टी के फैसले से नजर आ रहे हैं। दिल्ली नगर निगम में पार्टी के किसी भी फैसले में आजकल ज्यादातर निगम पार्षद नजर ही नहीं आ रहे हैं। मंगलवार को भी जब एक महत्वपूर्ण मुद्े पर दिल्ली की मेयर से मुलाकात की बात थी, तब भी केवल पार्टी के केवल गिने-चुने पार्षद ही नजर आये। आश्चर्य की बात तो यह है कि वह नेता भी इस बैठक में नजर आये, जिनमें से एक के एक चेले की अवैध बिल्डिंग में आग लगी थी। इनमें कई ऐसे नेता या नेत्री शामिल थे, जिनकी नगर निगम की उम्मीदवारी पर चुनाव के दौरान गंभीर सवाल उठाये गये थे।