कर की दरें बढा कर  जेब काटी, लोगों को मिलने वाली छूट खत्म की और अब AAP की मेयर कर रहीं राजस्व बढ़ाने का दावा

-आम आदमी पार्टी शासित दिल्ली नगर निगम जनता पर अतिरिक्त संपत्ति कर का बोझ डालकर संपत्तिकर में बढ़ोतरी की वाहवाही लूटने का काम कर रही है- नेता विपक्ष, श्री राजा इकबाल सिंह
-आम आदमी पार्टी ने नागरिकों पर डाला अतिरिक्त कर का बोझ, ऑक्यूपेंसी फैक्टर, ऐज फ़ैक्टर सहित सभी फ़ैक्टर को बढ़ा कर कही 10% तो कही 20% तक संपत्तिकर में की बढ़ोतरी- नेता विपक्ष, श्री राजा इकबाल सिंह
-एडवांस संपत्तिकर जमा करवाने पर 15% की छूट को घटाकर किया गया 10%– नेता विपक्ष, श्री राजा इकबाल सिंह
-आम आदमी पार्टी शासित निगम नागरिकों पर कन्वर्ज़न चार्ज के ऊपर 1.5% जुर्माना लगाकर कर रही है वसूली- नेता विपक्ष, श्री राजा इकबाल सिंह

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली: 3 जुलाई, 2023।
दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इक़बाल सिंह ने महापौर डॉ शैली ओबरॉय द्वारा आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में संपत्ति कर बढ़ने पर दिए गए बयान की तीब्र आलोचना की है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी शासित दिल्ली नगर निगम जनता पर अतिरिक्त संपत्ति कर का बोझ डालकर संपत्तिकर में बढ़ोतरी की वाहवाही लूटने का कार्य कर रही है। पहले टेक्स की दरें बढ़ाकर आम आदमी की जेब काटी गई और अब आम आदमी पार्टी इस बात की शाबाशी लेना चाहती हैं कि उनके द्वारा किए गए प्रयासों से दिल्ली नगर निगम ने पहली तिमाही में संपत्तिकर के रूप में 1113 करोड़ रुपये प्राप्त किया है। जबकि आम आदमी पार्टी नागरिकों पर अतिरिक्त कर का बोझ डाल कर उनकी गाढ़ी कमाई लूटने का कार्य कर रही है।
राजा इक़बाल सिंह ने बताया कि पहले एडवांस संपत्तिकर जमा करवाने पर 15% की छूट दी जाती थी मगर आम आदमी पार्टी आने के बाद इसे घटाकर 10% कर दिया गया। वही संपत्ति कर पर 1% शिक्षा सेस बढ़ा दिया गया। आम आदमी पार्टी ने ऑक्यूपेंसी फैक्टर, ऐज फ़ैक्टर सहित सभी फ़ैक्टर को बढ़ा कर कही 10% तो कही 20% तक संपत्तिकर में बढ़ोतरी कर दी। इस बढ़ोतरी से जनता पर अतिरिक्त कर का बोझ पड़ा है और नागरिक किसी भी तरीक़े से इस बढ़ोतरी से ख़ुश नहीं हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी जब तक निगम में थी तब तक हमने नागरिकों पर अतिरिक्त कर का बोझ नहीं बढ़ने दिया। वहीं आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आते ही नागरिकों पर करों का बोझ डाल दिया। पहले जहाँ नागरिकों का मात्र 900 रुपये संपत्तिकर आता था वहाँ उन्हें अतिरिक्त कर के कारण 2600 रुपये संपत्तिकर के रूप में देने पड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी पहले भाजपा पर आरोप लगाती थी वहीं अब ये लोग जनता की गाढ़ी कमाई से मुख्यमंत्री का शीशमहल बनवा रहे हैं। पहले ये लोग कहते थे न हम सरकारी गाड़ी लेंगे न सरकारी बंगला लेंगे अब ये लोग धीरे धीरे जनता के पैसों से भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
राजा इक़बाल सिंह ने बताया कि निगम का पहली तिमाही का बढ़ा हुआ संपत्तिकर बताता है ये लोग नागरिकों पर अतिरिक्त कर का बोझ डाल कर उनकी गाढ़ी कमाई को चूसने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी सदन में इसका पुरज़ोर विरोध करेगी और जगह जगह आम आदमी पार्टी द्वारा बढ़ाएगा संपत्तिकर के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन करेगी। आम आदमी पार्टी से हम ये माँग करते हैं कि पहले की तरह ही 15 प्रतिशत अतिरिक्त छूट प्रदान की जाए और ऑक्यूपेंसी फैक्टर, ऐज फ़ैक्टर में बढ़ी दरों को कम किया जाए। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी शासित निगम नागरिकों पर कन्वर्ज़न चार्ज के ऊपर 1.5% जुर्माना लगाकर वसूल रही है जिससे नागरिकों में भय की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
राजा इक़बाल सिंह ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जहाँ एक ओर ये दावा किया जा रहा है कि निगम ने पहली तिमाही में संपत्तिकर के रूप में 1113 करोड़ रूपये संपत्तिकर के रूप में वसूल किए हैं वहीं कर्मचारियों का दो महीने से वेतन बकाया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी यह बताए यदि संपत्तिकर में बढ़ोतरी हो रही है तो कर्मचारियों को समय पर वेतन क्यों नहीं दिया जा रहा। चुनाव के समय आम आदमी पार्टी ने वादा किया था कि निगम कर्मचारियों को महीने के पहले सप्ताह में वेतन दे दिया जाएगा मगर ऐसा लगता है कि यह वादा भी आम आदमी पार्टी के अन्य वादों की तरह एक चुनावी जुमला था।