शुक्र और मंगल की युति… जानें, कौनसी राशि वालों को मिलेगा भाग्य का साथ?

-कर्क राशि में मिले दोनों ग्रह

पूनम सिंह/ नई दिल्लीः 01 जून।
नव ग्रहों में से दो बड़े ग्रहों की युति वर्तमान समय में कर्क राशि में हो रही है। महान ग्रह शुक्र अपनी मिथुन राशि की यात्रा पर्ण करके 30 मई को रात्रि 7 बजकर 38 मिनट पर कर्क राशि में प्रवेश कर चुके हैं। शुक्र इस राशि में 7 जुलाई तक गोचर करेंगे, उसके बाद सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे। कर्क राशि में मंगल पहले से ही गोचर कर रहे हैं, जिसकी वजह से दोनों ग्रहों की युति बन रही है। आप भी जानें कि दोनों ग्रहों की इस युति से आपकी राशि पर क्या असर होगा?
मेषः इस राशि चतुर्थ यानी कि सुख भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव बेहतरीन सफलता दिलाएगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा, दिया गया धन भी वापस मिलेगा। जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। वाहन आदि खरीदना चाह रहे हैं तो अच्छा समय है। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। नौकरी में पदोन्नति और नए अनुबंध की प्राप्ति के योग हैं।
वृषभः इस राशि से तृतीय यानी कि पराक्रम भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव अत्यंत शुभ फल कारक रहेगा। साहस और पराक्रम के बल पर विषम परिस्थितियों पर भी आसानी से नियंत्रण पा लेंगे। धर्म और अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। जो आपको नीचा दिखाने की कोशिश में लगे थे वही मदद के लिए आगे आएंगे। योजनाओं को गोपनीय रखें तो ज्यादा सफलता मिलेगी।
मिथुनः इस राशि के द्वितीय यानी कि धन भाव में गोचर करते हुए शुक्र कई तरह के अप्रत्याशित सुखद परिणामों को लेकर आये हैं। ट्रेडिंग के कार्यों में विशेष सफलता के योग बन रहे हैं। दूसरों को दिया गया धन वापस मिलने के प्रबल योग हैं। बांई आंख से संबंधित समस्या से सावधान रहें। झगड़े विवाद तथा कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले बाहर ही सुलझाने की कोशिश करें। प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए समय बेहतरीन है।
कर्कः इस राशि में शुक्र का गोचर शुभ फलदायक रहेगा। सभी क्षेत्रों में सफलता के नए द्वार खुलेंगे। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में किसी भी तरह के टेंडर आदि के लिए आवेदन करना हो तो ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी। शादी विवाह से संबंधित वार्ता सफल रहेगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के योग हैं।
सिंहः इस राशि से बारहवें यानी कि व्यय भाव में गोचर करते हुए शुक्र विलासिता पूर्ण वस्तुओं तथा घूमने-फिरने पर अत्यधिक व्यय करवाएंगे। बाई आंख से संबंधित समस्या से सावधान रहना होगा। गुप्त शत्रुओं से बचें। कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी। जमीन जायदाद से जुड़े मामले हल होंगे। मकान अथवा वाहन खरीदना चाहते हैं तो यह गोचर अनुकूल रहेगा।
कन्याः इस राशि से एकादश भाव यानी कि लाभ स्थान में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव अच्छा रहेगा। विद्यार्थियों और प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए यह अवसर किसी वरदान से कम नहीं है। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। यहां तक कि प्रेम विवाह भी करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र का विस्तार होगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से भी सहयोग के योग हैं।
तुलाः इस राशि के दशम भाव यानी कि कर्म भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव कार्यक्षेत्र का विस्तार करेगा। किसी नये कार्य का शुभारंभ अथवा नये अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लिए यह ग्रह गोचर अनुकूल है। पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद हल होंगे। जमीन जायदाद से लाभ मिलेगा। वाहन खरीदना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा। सरकारी सर्विस के लिए आवेदन करना हो तो भी ग्रह स्थितियां अनुकूल रहेंगी। विदेश यात्रा के योग हैं।
वृश्चिकः इस राशि के नवम भाव यानी कि भाग्य भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव भाग्य वृद्धि करेगा। धर्म और अध्यात्म के प्रति रुझान बढ़ेगा। धार्मिक ट्रस्टों तथा अनाथालय आदि में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान-पुण्य करेंगे। आपके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। कोर्ट कचहरी के मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत हैं। विवाह संबंधी वार्ता सफल रहेगी। विवाहोपरांत भाग्योन्नति के योग हैं।
धनुः इस राशि के अष्टम भाव यानि कि आयु भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव अच्छा नहीं कहा जा सकता। आपके स्वभाव में उग्रता आ सकती है। दांपत्य जीवन में कड़वाहट न आने दें। वैवाहिक वार्ता में थोड़ा और समय लगेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। दिया गया धन वापस मिलने की उम्मीद है। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। विवादित मामले कोर्ट के बाहर ही सुलझा लेना समझदारी रहेगी।
मकरः इस राशि के सप्तम भाव यानी कि दांपत्य भाव में गोचर करते हुए शुक्र बेहतरीन सफलता दिलाएंगे। जो कार्य करेंगे उसी में सफलता मिलेगी। शासन सत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा। वैवाहिक वार्ता सफल रहेगी। दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी। ससुराल पक्ष से सहयोग के योग हैं। प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए स्थितियां अनुकूल रहेंगी। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी।
कुंभः इस राशि के छठे यानी कि शत्रु भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव का सामना करवाएगा। ऐसी घटनाएं होंगी जिनके बारे में आपने सोचा नहीं था। गुप्त शत्रु बढ़ेंगे। यात्रा सावधानी पूर्वक करें और वाहन दुर्घटना से बचें। यात्रा के समय सामान चोरी होने से बचाएं। ननिहाल पक्ष से रिश्ते मजबूत होंगे। दूसरे देश के लिए वीजा आदि का आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी स्थितियां अनुकूल रहेंगी।
मीनः इस राशि के पंचम भाव यानी कि विद्या भाव में गोचर करते हुए शुक्र हर तरह से लाभ ही लाभ देंगे। विद्यार्थियों के लिए यह समय बेहतरीन रहेगा। नौकरी में पदोन्नति तथा सम्मान वृद्धि होगी। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति के योग हैं। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों अथवा बड़े भाइयों से सहयोग मिलेगा। कोई भी ब़ड़ा कार्य करने या फिर नये अनुबंधों पर हस्ताक्षर के लिए यह समय शुभ है।
(यह आलेख भारतीय सनातन परंपरा एवं ज्योतिषीय सिद्धांतों पर आधारित है और जनरूचि को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसके लिए कोई विशेष दावा नहीं है। अपने समाचार, लेख एवं विज्ञापन छपवाने हेतु संपर्क करेंः- ईमेलः newsa2z786@gmail.com मोबाइलः 9810103181)