महाराष्ट्र में मुश्किल में कांग्रेस, विखे पाटिल ने छोड़ी पार्टी

-लोकसभा चुनाव में हार के बाद बढ़ी पार्टी की मुश्किलें
-पूर्व मंत्री अब्दुल सत्तार ने भी छोड़ी कांग्रेस पार्टी

टीम एटूजैड/ मुंबई
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। कांग्रेस को महाराष्ट्र में बड़ा झटका लगा है। पार्टी विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल ने अपने पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। माना जा रहा है कि वह महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार से पहले भाजपा में शामिल हो सकते हैं। पाटिल राज्य में कांग्रेस विधायक दल के नेता पद से पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं।
इस्तीफा देने के बाद राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा कि मैंने लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के लिए प्रचार नहीं किया था। हमें हाईकमान पर संदेह नहीं है। उन्होंने मुझे विपक्ष का नेता बनाकर अच्छा मौका दिया था। मैंने अच्छा काम करने की कोशिश की, लेकिन हालात ने मुझे इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया है।
8-10 विधायक और दे सकते हैं इस्तीफाः
विखे पाटिल के साथ पूर्व मंत्री अब्दुल सत्तार ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। पाटिल ने दावा किया कि जल्द ही और 8-10 विधायक भी पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस का प्रदर्शन काफी खराब रहा है और भाजपा-शिवसेना के गठजोड़ ने महाराष्ट्र की ज्यादातर सीटों पर कब्जा किया है। आने वाले दिनों में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए से खराब स्थिति माना जा रहा है।
विखे ने मार्च में ही छोड़ दिया था प्रतिपक्ष के नेता का पदः
राधाकृष्ण विखे पाटिल ने मार्च महीने में ही विधानसभा में नेता विपक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। पाटिल ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा था। इससे पहले पाटिल के बेटे सुजय विखे पाटिल भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम चुके हैं। बता दें कि राधाकृष्ण विखे पाटिल के नेता प्रतिपक्ष के पद छोड़ने की सबसे बड़ी वजह अहमदनगर लोकसभा सीट को बताया गया था। इस सीट से वो अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे, लेकिन ये सीट एनसीपी के खाते में चली गई है। इसके चलते पहले उनके बेटे ने पार्टी छोड़ी और अब राधाकृष्ण विखे पाटिल ने विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया है।