यूरोपीय शहरों की तरह होंगी राजधानी की सड़कें

-सीएम ने 9 सड़कों के री-डिजाइन को दी मंजूरी
-3 के वर्क आर्डर, बाकी 15 नवंबर तक हो जाएंगे जारी

एटूजेड न्यूज/ नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली की सड़कें अब यूरोपीय देशों की तरह सुंदर और आधुनिक नजर आएंगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐसी 9 सड़कों के डिजाइन को मंजूरी दे दी है। इनमें से 3 सड़कों के वर्क आॅर्डर जारी किए जा चुके हैं। बची हुई सड़कों के वर्क आर्डर आगामी 15 नवंबर तक जारी कर दिए जाएंगे। पीडब्ल्यूडी के अधिकार क्षेत्र में आने वाली 9 सड़कों का री-डिजाइन किया जा रहा है। हालांकि इन 9 सड़कों को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर री-डिजाइन किया जाएगा। दुर्घटना और जाम की समस्या को खत्म करने के लिए इस परियोजना में पहले चरण में 45 किलोमीटर सड़क को री-डिजाइन किया जाएगा। इस काम पर करीब चार सौ करोड़ रूपये की लागत आएगी।
खत्म होंगी यातायात से जुड़ी समस्याएंः
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि सड़कों के रीडिजाइन से बाटलनेक खत्म होंगे। अभी कोई सड़क चार लेन से तीन लेन की हो जाती है या छह लेन से चार लेन की हो जाती है। इससे अचानक सड़क पर एक जगह दबाव बन जाता है और जाम लग जाता है। नई डिजाइन में इसे खत्म किया जाएगा। इससे जाम लगना खत्म हो जाएगा। सड़क व सड़क किनारे या आस-पास की सड़कों का स्पेस खत्म किया जाएगा। इसका बेहतर इस्तेमाल होगा। फुटपाथ, नाँन मोटर व्हीकल के लिए स्पेस बनाया जाएगा। कम से कम 5 फुट के फूटपाथ व अधिकतम 10 फुट का किया जाएगा। दिव्यांग के हिसाब से फुटपाथों को डिजाइन किया जाएगा। जिससे सड़क एक जैसी दिखे। साथ ही दिव्यांगों को परेशानी न हो।
हरियाली को मिलेगा बढ़ावाः
इस योजना के तहत सड़क किनारे हरियाली को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके साथ ही रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा मिल सकेगा। सड़क किनारे फुटपाथ के साथ ग्रीन बेल्ट के लिए स्थान रहेगा। आटो व ई रिक्शा के लिए अलग से स्पेस व स्टैंड होगा। सड़क के स्लोप व नालों को री-डिजाइन व री-कंस्ट्रक्ट किया जाएगा। नालों के अंदर री-हार्वेस्टिंग सिस्टम होंगे। सड़क के स्लोप को ठीक किया जाएगा। जिससे बरसात के पानी को जमीन में री-चार्ज किया जाएगा। स्ट्रीट फर्नीचर लगाए जाएंगे और जंक्शन को ठीक किया जाएगा। सड़क पर कोई ओपन स्पेस नहीं होगा। सड़क किनारे घास और पेड़ लगाए जाएंगे।
घास लगाकर खत्म होगी धूल-मिट्टीः
मुख्यमंत्री ने बताया कि नई परियोजना में सड़क के आस-पास एक इंच जमीन भी खाली नहीं होगी। जिससे सड़कों पर धूल बिल्कुल न हो। अभी सड़कों पर धूल उड़ने की समस्या है। खाली जमीन पर ग्रीन बेल्ट या घास लगाई जाएगी, जिससे सड़कें सुंदर दिखें। साथ ही धूल उड़ने की समस्या बिल्कुल नहीं होगी।
सड़क किनारे होंगी यह सुविधाएंः
– रिक्शा के लिए पार्किंग
– पार्किंग के लिए स्थान चिंहित
– ग्रीन बेल्ट
– पब्लिक ओपन स्पेश
– साइकिल लेन
– पैदल पाथ लेन
– सड़क की दीवारों पर विभिन्न तरह की डिजाइन का डिस्प्ले होगा।
– सड़क के बगल में पार्क होगा तो उसे दीवार से ढका नहीं जाएगा। जिससे सड़क किनारे से पार्क व्यू हो सके।
पहले चरण में यह 9 सड़कें शामिलः
1- वजीरपुर डिपो से रीठाला मेट्रो स्टेशन
2 – बिटानिया चैक से आउटर रिंग रोड़ वेस्ट एन्क्लेव पीतमपुरा
3 – शिवधापुरी मार्ग और पटेल रोड़
4- विकास मार्ग, लक्ष्मी नगर से कड़कड़ी मोड़
5- निर्माणा रोड मदर डेरी से पंचमहल
6 – रिंग रोड, मायापुरी से मोतीबाग जंक्शन
7- रिंग रोड़, एम्स से आश्रम
8 – अंबेडकर नगर से डिफेंस कालोनी फ्लाईओवर
9 – आउटर रोड, निगम बोध घाट से मैग्जिन रोड क्राँसिंग
तीन सड़कों के जारी किए वर्क आर्डरः
रिंग रोड़, एम्स से आश्रम का वर्क आर्डर सोमवार को जारी हो गया है। विकास मार्ग, लक्ष्मी नगर से कड़कड़ी मोड़ और निर्माणा रोड मदर डेरी से पंचमहल के निर्माण का आर्डर मंगलवार को जारी हो गया। अन्य 6 सड़कों का वर्क आर्डर 15 नवंबर तक जारी कर दिया जाएगा। इन सभी सड़कों का निर्माण कार्य 1 साल में पूरा कर लिया जाएगा।