मदरसा: जहां होता है अवैध हथियारों का काला कारोबार

-यूपी के बिजनौर के शेरकोट में मदरसे में इलाज के नाम पर बांटे जा रहे अवैध हथियार
-हथियारों के अवैध कारोबार में हो रहा था शिवसेना लिखी गाड़ी का इस्तेमाल

टीम एटूजैड/बिजनौर
क्या आप मानेंगे कि मदरसों में पढ़ाई नहीं अवैध अथियारों का काला कारोबार होता है? अब आपको मानना होगा क्योंकि उत्तर प्रदेश के बिजनौर जनपद की शेरकोट पुलिस ने एक मदरसे में हथियारों के काले कारोबार का सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने मदरसे से हथियारों का जखीरा बरामद किया है। हथियार सप्लाई करने में इस्तेमाल होने वाली स्विफ्ट डिजायर गाड़ी भी मदरसे से मिली है। गाड़ी पर शिवसेना लिखा है। मदरसे में हिकमत की आड़ में हथियार सप्लाई किए जाते थे। पुलिस ने मदरसे से मदरसा संचालक समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी से पूछताछ की जा रही है।

बिजनौर के दारूल कुरान हमीदया मदरसे पर छापेमारी करती पुलिस टीम

सीओ अफजलगढ़ कृपाशंकर कन्नौजिया ने बुधवार को पुलिस टीम के साथ शेरकोट में कंदला रोड स्थित मदरसा दारुल कुरान हमीद में छापेमारी की। पुलिस को छापेमारी के दौरान मदरसे से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए। पुलिस ने 32 बोर का एक पिस्टल व आठ कारतूस, 315 बोर के तीन तमंचे व 32 कारतूस, 32 बोर का एक रिवॉल्वर व 16 कारतूस बरामद किए हैं।
शिवसेना लिखी गाड़ी से हो रहा था काला धंधाः
अवैध हथियारों के धंधे में शामिल सभी मुस्लिम हैं। अतः किसी को इनकी गतिविधियों पर शक नहीं हो। इसके लिए आरोपियों ने धंधे में इस्तेमाल की जा रही गाड़ी पर शिवसेना लिखवा रखा था। मदरसे से एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी मिली है। गाड़ी पर शिव सेना लिखा है। पुलिस ने मदरसे से स्योहारा के मोहल्ला शेखान निवासी फईम अहमद, शेरकोट निवासी साजिद, धामपुर के मोहल्ला अफगानान निवासी जफर इस्लाम, अफजलगढ़ के गांव फतेहपुर जमाल निवासी सिकंदर अली, बिहार निवासी साबिर व शेरकोट निवासी अजीजुर्रहमान को दबोचा है। पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ में जुटी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी मदरसे से हथियार सप्लाई करते थे। हथियार सप्लाई करने में शिव सेना लिखी गाड़ी का इस्तेमाल किया जाता था। मदरसे में पुलिस की छापेमारी से हड़कंप मचा रहा।
हिकमत की आड़ में काला कारोबारः

छापेमारी की कार्रवाई करता पुलिसकर्मी

पुलिस के मुताबिक मदरसे में हिकमत (हकीम द्वारा दवा देने) का काम होता है। बताया जा रहा है कि हथियार खरीदने वाले ग्राहक मरीज बनकर ही मदरसे में आते थे। हिकमत की आड़ में हथियार बेचने व सप्लाई करने का काम मदरसे से किया जा रहा था। किसी को शक भी नहीं होता था कि दवाई लेने के नाम पर मदरसे में आया कोई व्यक्ति हथियार लेकर जा रहा है। साजिद मदरसे का संचालक बताया जाता है।
बिहार से आते हैं अवैध हथियारः
अवैध हथियारों के काले कारोबार में बिहार कनेक्शन जुड़ता नजर आ रहा है। मदरसे में पकड़ा गया साबिर बिहार का रहने वाला है। पुलिस का मानना है कि वह बिहार से हथियार लाकर क्षेत्र में सप्लाई करता था। किसी को उस पर शक न हो इसलिए गाड़ी पर शिव सेना लिख रखा था। हथियार भी मदरसे में इसलिए छिपाए गए थे ताकि किसी को उसके काम की भनक न लगे।
अपराधियों की शरणस्थली है मदरसाः
मदरसे में छापेमारी से उन आरोपों पर सच्चाई की मुहर लगी है, जिनमें बार-बार कहा जाता रहा है कि मदरसे अपराधियों की शरणस्थली बनते जा रहे हैं, और यहां पढ़ाई के बजाय अपराध की पाठशाला सजाई जाती है। मदरसे में पकड़े गए आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास भी बताया जा रहा है। पुलिस का मानना है कि एक आरोपी आगरा में हुई लूट में वांछित है। एक अन्य आरोपी देहरादून में एक व्यक्ति की गला काटकर हत्या करने में दोषी है। इस मामले में छानबीन की जा रही है। पुलिस का मानना है कि गैर जिलों में वारदातों को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मदरसे में आकर छिप जाते थे।

25 बच्चों को पढ़ाने के नाम पर अपराध की पाठशालाः
बताया जा रहा है कि मदरसे में यह अपराध की पाठशाला 25 बच्चों को पढ़ाने के नाम पर चलाई जा रही थी। स्थानीय पुलिस अधिकारी जब भारी दल-बल के साथ मदरसे पर छापेमारी करने पहुंचे तो वहां भारी तादाद में लोग जमा हो गए। अवैध हथियारों की बरामदगी से वहां मौजूद हर व्यक्ति सन्न रह गया। लोगों ने मदरसे में अवैध हथियारों के काले कारोबार की जानकारी से अनभिज्ञयता जाहिर की।