-आम आदमी पार्टी ने सात महीने में दिल्ली को बनाया कूड़े का शहर, सफ़ाई अभियान महज दिखावाः राजा इकबाल सिंह
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 14 अगस्त, 2023।
दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इक़बाल सिंह ने आम आदमी पार्टी पर नगर निगम को दिये 850 करोड़ रूपये के फंड को खुद ही डकारने का आरोप लगाया है। निगम द्वारा चलाए जा रहे सफ़ाई अभियान को मात्र दिखावा बताते हुए कहा कि जब से आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम में सत्ता हासिल की है तब से दिल्ली की सफ़ाई व्यवस्था पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। पहले जहां दिल्ली में मात्र तीन कूड़े के पहाड़ थे वहीं अब आम आदमी पार्टी की विफलता के कारण दिल्ली के गली, मोहल्लों व नुक्कड़ों पर कूड़े के पहाड़ बन चुके हैं। अपनी इसी विफलता को छुपाने के लिए व नागरिकों की आँखों में धूल झोंकने के लिए आम आदमी पार्टी ने दिखावटी सफ़ाई अभियान प्रारंभ किया है।
राजा इक़बाल सिंह ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी शासित दिल्ली नगर निगम के पास नातो नई मशीनरी है और न ही ज़मीनी स्तर पर कार्य करने के लिए पूरी मैनपावर, ये लोग किस तरीक़े से पूरी दिल्ली में सफ़ाई अभियान चला रहे होंगे इस बात का अंदाज़ा आसानी से लगाया जा सकता है। आम आदमी पार्टी की विफलता के कारण सात महीनों में जो कूडा गलियों में इकट्ठा हुआ है उसे एक साल में भी पूरी तरह हटाना असंभव है। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी की महापौर दिल्ली को सिंगापूर व लंदन जैसा शहर बनाने का एक झूठा वादा कर रही हैं, महापौर ये बताएँ कि किस वार्ड से कितना कूड़ा रोज़ उठाया गया और सात महीने से आम आदमी पार्टी दिल्ली नगर निगम में क्या कर रही थी यदि समय पर कूड़ा भी नहीं उठ रहा था तो।
राजा इकबाल सिंह ने बताया कि केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली नगर निगम को कूड़े के पहाड़ों के निस्तारण के लिए 850 करोड़ रुपये देने का वादा किया गया था। केजरीवाल सरकार ने अभी तक इस संबंध में किसी तरह का बजट प्रावधान नहीं किया है और ना ही एक पैसा दिल्ली नगर निगम को उपलब्ध करवाया है। फिर वह पैसा कहां गया? उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी नागरिकों को लुभाने के लिए बड़े बड़े वादे तो करती है मगर ज़मीनी स्तर पर इन वादों को पूरा करने में पूरी तरह विफल रहती है। आप सोच सकते हैं कि जिस पार्टी को सात महीने बाद ये याद आया है कि दिल्ली की सफ़ाई व्यवस्था को दुरुस्त करना है, उस पार्टी ने सात महीनों में क्या कार्य किया होगा, जबकि निगम का सर्वप्रथम कार्य सफ़ाई व्यवस्था बनाए रखना है।