BJP BREAKING: बनाते ही हटाया जिला अध्यक्ष… दिल्ली BJP में जुगाड़ का खेल जारी… प्रदेश अध्यक्ष की जवाबदारी?

-स्वच्छ छवि वाले को हटाकर दागी ने अपने सहयोगी को बनाया ओबीसी मोर्चा का जिला अध्यक्ष
-पदाधिकारी बनाने में हो रहा ‘खेला’, संगठन महामंत्री पवन राणा के भी शामिल होने के आरोप

हीरेंद्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 01 जनवरी, 2023।
दिल्ली बीजेपी (Delhi BJP) नेतृत्व ने अंग्रेजी नव वर्ष के मौके पर प्रदेश बीजेपी कार्यकर्ताओं को बड़ा तोहफा दिया है। ओबीसी मोर्चा में स्वच्छ छवि वाले कार्यकर्ता को बिना कोई कारण बताये जिला अध्यक्ष पद से हटाकर दागी जिला अध्यक्ष ने ओबीसी मोर्चे का जिला किसी और को बना दिया गया है। इसके लिए जिला अध्यक्ष की ओर से एक पत्र जारी किया गया है और उसमें कहा गया है कि यह नियुक्ति तुरंत प्रभाव से लागू है।
बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के लंबे इंतजार के बाद 28 दिसंबर को दिल्ली बीजेपी ने अपने मोर्चों के अध्यक्षों के नाम घोषित किये थे। इनमें युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, ओबीसी मोर्चा, किसान मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा, अनुसूचित जनजाति मोर्चा, पूर्वांचल मोर्चा और अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारियों के नाम शामिल हैं। परंतु अब इसमें भी ‘खेला’ हो गया है। आरोप है कि दिल्ली बीजेपी नेतृत्व के साथ अब इसमें प्रदेश संगठन महामंत्री भी शामिल हो गये हैं।
बता दें कि पवन राणा के संगठन महामंत्री बनने के बाद ऐसी खबरें आई थीं कि उनके सहयोगियों ने प्रदेश पदाधिकारियों के चयन में लेन-देन करके प्रमुख भूमिका निभाई थी और चोरी पकड़े जाने के बाद उन्होंने अपने एक सहयोगी को नौकरी से हटा दिया था। अब ताजा मामला ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष की नियुक्ति और उसे बिना सूचित किये प्रदेश नेतृत्व के द्वारा बनाये गये दागी जिला अध्यक्ष के द्वारा अपने जिला के ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष को 3 दिन के अंदर हटाने और उसकी जगह पर दूसरे व्यक्ति को बनाने का मामला सामने आया है।
बता दें कि दिल्ली प्रदेश बीजेपी की ओर से पार्टी संगठन से संबंधित मोर्चों के अध्यक्षों की नियुक्तियां करते हुए 28 दिसंबर 2023 को महरौली जिला का ओबीसी मोर्चा का अध्यक्ष अरूण चौधरी को घोषित किया गया था। परंतु सोमवार 1 जनवरी 2024 को महरौली जिला अध्यक्ष रणवीर तंवर की ओर से जारी पत्र में राजकुमार करहाना को महरौली जिला का ओबीसी मोर्चा का अध्यक्ष तुरंत प्रभाव से नियुक्त किया गया है।
सूत्रों का कहना है कि स्थानीय सांसद की सिफारिश पर वर्तमान जिला अध्यक्ष रणवीर तंवर के 2022 के दिल्ली नगर निगम के चुनाव में निगम पार्षद का टिकट दिया गया था। परंतु रणवीर तंवर बरी तरह से निगम चुनाव हार गये थे। इसके बावजूद उन्हें सिफारिश के तौर पर प्रदेश पार्टी नेतृत्व ने जिला अध्यक्ष बनाया था। अब दिल्ली बीजेपी में बड़े सवाल उठने लगे हैं कि पार्टी में आखिर निर्णर्य कौन ले रहा है? जबकि अप्रत्यक्ष रूप से ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष पद से हटाये गये
जिला अध्यक्ष पर एससी/ एसटी एक्ट के तहत मामले
बता दें कि महरौली जिला के जिला अध्यक्ष्पा रणवीर तंवर के ऊपर पहले से ही एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज है। आरोप है कि रणवीर तंवर और उनकी पत्नी अनीता तंवर, इसी इलाके में चल रहे एक निर्माण कार्य के ठेकेदार से अवैध वसूली करना चाह हरे थे। यह मामला पुलिस तक पहुचा और इसके बाद कोर्ट में भी पहुंच चुका है। इस मामले में कोर्ट में आरोप भी पेश कर दिये गये हैं।
दिल्ली बीजेपी का समर्पित कार्यकर्ता है हटाया गया पदाधिकारी
गौरतलब है कि ओबीसी जिला अध्यक्ष पद से हटाये गये अरूण चौधरी 2017 से 2020 तक दिल्ली बीजेपी के सैदुल्लाजाब मंडल के महामत्री और 2022 से 2023 तक दिल्ली बीजेवी के सैदुल्लाजाब मंडल के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके बाद अंरूण चौधरी को 28 दिसंबर को केवल महरौली जिला के ओबीसी मोर्चा का अध्यक्ष घोषित किया गया था। परंतु 01 जनवरी को बिना बताये इस व्यक्ति को उसके पद से हटा दिया गया है।