टीम एटूजैड/नई दिल्ली
बसई दारापुर हत्याकांड का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कुछ मुस्लिमों द्वारा 51 वर्षीय ध्रुव त्यागी की हत्या और उनके बेटे पर जानलेवा हमले के बाद पूरे क्षेत्र में रोष है। मामले को लेकर त्यागी समाज के नेताओं ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी से मुलाकात की। घटना के विरोध में केंडल मार्च निकाला गया और प्रदर्शन भी किया गया।
केंद्रीय गृहमंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री विजय गोयल, केसी त्यागी और विधायक कपिल मिश्रा भी शामिल हुए। उनके अलावा इस प्रतिनिधिमंडल में बीबी त्यागी, विकास त्यागी, विनोद त्यागी, सुनील त्यागी, रामअवतार त्यागी व आनंद त्यागी सहित त्यागी समाज के कई नेता शामिल हुए। आगे की योजना बनाने के लिए त्यागी समाज के लोग गुरूवार को बसई दारापुर में जुट रहे हैं।
केजरीवाल पर कपिल के सवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटना की निंदा की है और दिल्ली पुलिस से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। दूसरी ओर आप के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर धर्म देखकर राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यदि पीड़ित परिवार मुस्लिम होता तो मुख्यमंत्री केजरीवाल तुरंत उसके घर पहुंच जाते और करोड़ों रूपये की सहायता राशि का ऐलान कर देते। क्योंकि हत्या करने वाले मुस्लिम हैं इसलिए मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार का पता जानने की भी जरूरत नहीं समझी।
छेड़छाड़ का विरोध करने पर कर दी हत्या
बता दें कि मृतक व्यक्ति की बेटी पर कुछ लड़कों ने अश्लील टिप्पणी की थी जिसका विरोध करने के कारण लड़कों ने उनकी हत्या कर दी। हमले में कारोबारी का 19 वर्षीय बेटा भी घायल हो गया। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी घटना को दुखद और बेहद निंदनीय बताया। तिवारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, ‘‘दुखद, बेहद निंदनीय। पिता ने अपनी बेटी की गरिमा बचाने के लिये विरोध किया। बहादुर बेटे ने भी परिवार के लिये अपनी ड्यूटी निभायी। हमारे समाज में गुंडागर्दी और शहरी नक्सलवादी विचारधारा के लिये कोई जगह नहीं है। हम सभी को साथ मिलकर इस घटना की निंदा करनी चाहिए। दोषियों को त्वरित अदालत के जरिये दंडित किया जाना चाहिए।’
महिला आयोग का पुलिस को नोटिस
दिल्ली महिला आयोग ने कहा, ’युवकों, उनके पिता और उनके सहयोगियों ने जिस तरह से अपराध को अंजाम दिया, उसकी गंभीरता को देखते हुए आयोग हैरान और चिंतित है।’ पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) को जारी नोटिस में दिल्ली महिला आयोग ने यह जानना चाहा कि क्या इससे पहले भी आरोपी के खिलाफ उत्पीड़न, छेड़खानी, यौन उत्पीड़न इत्यादि की कोई शिकायत दर्ज करायी गयी है। आयोग ने इस संबंध में 17 मई तक जांच में वर्तमान स्थिति रिपोर्ट मांगी। व्यक्ति के परिजनों ने आरोप लगाया कि स्थानीय लोग घटना का वीडियो बनाते रहे लेकिन कोई उनकी मदद के लिये आगे नहीं आया। घटना में व्यक्ति का 19 साल का बेटा भी घायल हो गया। इस संबंध में 45 वर्षीय व्यक्ति और उसके 20 वर्षीय दो बेटों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो नाबालिग बेटों को हिरासत में रखा गया है।