-शमी ने चार तो अश्विन व जडेजा ने तीन-तीन विकेट चटकाए
विजय कुमार/ नई दिल्ली,17 फरवरी, 2023।
टीम इंडिया (Team India) की सधी गेंदबाजी के कारण भारत (India) के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophi) के दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम की पहली पारी 263 रनों पर सिमट गई है। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। हालांकि उस्मान ख्वाजा और पीटर हैंड्सकॉम्ब की अर्धशतकीय पारी खेलकर कप्तान के निर्णय को सही साबित करने का प्रयास भी किया। जिस कारण ऑस्ट्रेलिया 250 रनों का आंकड़ा पार करने में सफल भी रहा। मगर उनकी टीम पहला दिन निकालने में कामयाब नहीं हो पाई। मालूम हो कि मेहमान टीम पहले टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 200 के अंदर आउट हो गई थी।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे मुकाबले के पहले दिन भारतीय टीम का दबदबा देखने को मिला। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। पहले दिन भारत की सधी हुई गेंदबाजी के सामने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए। ऑस्ट्रेलिया 78.4 ओवर में 263 रन ही बना सकी। ऑस्ट्रेलिया के 263 रन के जवाब में भारत की सधी हुई शुरुआत हुई है। भारतीय टीम ने 9 ओवर में 21 रन बनाए हैं, वह भी बिना कोई विकेट खोए। रोहित शर्मा 34 गेंदों में 13 रन बनाकर मैदान पर जमे हैं जबकि उनके साथ 4 रनों के स्कोर पर केएल राहुल दे रहे है।
दूसरे टेस्ट में फीरोजशाह कोटला अरूण जेटली स्टेडियम की पिच पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाजों ने स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ चतुराई से बल्लेबाजी की। स्वीप और रिवर्स स्वीप लगाकर उन्होंने भारतीय गेंदबाजों को काफी परेशान किया। भारत के लिए मोहम्मद शमी को सबसे ज्यादा 4 विकेट मिले। भारत ने पहले दिन स्टंप तक बिना कोई विकेट खोये 21 रन बना लिए हैं। रोहित शर्मा और केएल राहुल क्रीज पर टिके हैं। ख्वाजा ने स्पिनर्स को डटकर खेला। शुक्रवार को आस्टृलियाई बल्लेबाज स्पिनरों पर तो संभल कर खेलते दिखे, मगर अपनी चार विकेट तेज गेंदबाज शमी को दे बैठे। अश्विन और जडेजा को तीन-तीन विकेट मिले।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरे आस्टेलियाई ओपनर उस्मान ख्वाजा और डेविड वॉर्नर (15) ने पहले विकेट के लिए 50 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरुआत दी। ख्वाजा अधिक विश्वास के साथ बल्लेबाजी करते दिखाई दिए। उन्होंने अपने अधिकतर शॉट फुट पर ही लगाए। मगर वॉर्नर संघर्ष करते दिखाई दिए। मोहम्मद सिराज ने अपने पहले स्पैल में उन्हें काफी परेशान किया। उनकी गेंद वॉर्नर की कोहनी और हेलमेट पर भी लगी। सिराज ने एक तरह से मंच तैयार कर दिया था और ऐसे में रोहित शर्मा ने दूसरे छोर से फिर से गेंद शमी को सौंप दी। शमी ने इसके बाद जल्द ही भारत को पहली सफलता दिला दी। उनकी कोण लेती गेंद वॉर्नर के बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर कोना भरत के दस्तानों में समा गई।
ख्वाजा ने अश्विन और रविंद्र जडेजा का डटकर सामना किया। अश्विन ने हालांकि मार्नस लाबुशेन (18) को पगबाधा आउट करके भारत को दूसरी सफलता दिलाई। इसके एक गेंद बाद स्टीव स्मिथ बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। ऑस्ट्रेलिया ने दिन के पहले और दूसरे सेशन में 3-3 विकेट खोये। दूसरे सेशन में भारत को पहली सफलता मोहम्मद शमी ने दिलाई। सीरीज में अपना पहला मैच खेल रहे ट्रेविस हेड (12) ने उनकी गेंद पर दूसरी स्लिप में खड़े राहुल को कैच थमाया। राहुल का मैच का दूसरा कैच बेहतरीन था। जिससे ख्वाजा (125 गेंदों पर 81 रन) पवेलियन लौटे।
मैदान के दोनों तरफ अच्छी तरह से शॉट खेल रहे ख्वाजा ने पारी के 46वें ओवर में रविंद्र जडेजा की गेंद को रिवर्स स्वीप किया लेकिन राहुल ने एक हाथ से शानदार कैच लेकर उन्हें चलता कर दिया। एलेक्स कैरी (शून्य) दूसरे सत्र में आउट होने वाले तीसरे बल्लेबाज थे। उन्होंने रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर पहली स्लिप में खड़े विराट कोहली को कैच दिया। छह विकेट 168 पर गिरने के बाद लगा कि आस्टेलियाई बल्लेबाज जल्द ही घुटने टेक देंगे।
लेकिन पीटर हैंड्सकॉम्ब को कप्तान पैट कमिंस का साथ मिला। दोनों ने मिलकर टीम को 200 रनों के पार पहुंचाया। इस बीच हैंड्सकॉम्ब ने अपना 50 सा पूरा किया। जिसमें उन्होंने 110 गेंदो पर छह चैको की मदद ली। रविंद्र जडेजा ने कमिंस (33) को आउट कर 59 रनों की साझेदारी तोड़ी। इसी ओवर में उन्होंने टॉड मर्फी को भी आउट कर दिया।
नाथन लायन 10 रन बनाकर शमी की गेंद पर बोल्ड हुए। मोहम्मद शमी ने कुहनमैन को आउट कर ऑस्ट्रेलिया की पारी समेट दी। हैंड्सकॉम्ब 142 गेंदो पर 9 चैको की मदद से 72 रन बनाकर नाबाद रहे। शमी के अलावा अश्विन और जडेजा को 3-3 विकेट मिले। पहले दिन की समाप्ति से पूर्व रोहित को नाथन लियोनं की अंतिम गेंद पर अंपायर ने शार्ट लेग पर कैच आउट दे दिया था लेकिन निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) का सहारा लेने के बाद भारतीय कप्तान क्रीज पर टिके हुए हैं।