-पहले गोयल की प्रेस कांफ्रेंस का संदेश फिर तिवारी ने जारी किया बाइट का आदेश
-पूरे दिन सोता रहा प्रदेश नेतृत्व, रात में नींद खुली तो जारी किया प्रदर्शन का आदेश
टीम एटूजेड/नई दिल्ली
पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पूरी कोशिश में हैं कि दिल्ली में बीजेपी सत्ता में आए। लेकिन दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में छिड़ा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। पार्टी नेतृत्व की मनमानी के चलते पार्टी कार्यकर्ताओं में भी गलत संदेश जा रहा है। आरोप है कि दिल्ली में पार्टी को खड़ा करने के बजाय प्रदेश नेतृत्व का सारा ध्यान इस बात पर रहता है कि कोई दूसरा नेता उनसे आगे नहीं निकल जाए। ऐसा ही एक वाकया सोमवार को भी पार्टी के सियासी गलियारों में देखने को मिला।
दरअसल रविवार को ट्रामा सेंटर के उद्घाटन के मौके पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने बिहार से आने वालों पर ‘बिहार के बीमार’ जैसी आपत्तिजनक बातें कही थीं। इस पर दिल्ली भाजपा के दो प्रवक्ताओं ने सोमवार को सुबह ट्वीट कर आपत्ति जाहिर की थी। इसको लेकर राज्यसभा सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल के नाम से प्रेस कांफ्रेंस का संदेश भी मीडियाकर्मियों को भेजा गया था। लेकिन इसके तुरंत बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी की ओर से अलग से इस मुद्दे पर बाइट देने के लिए संदेश जारी कर दिया गया। तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस से पहले ही अपनी बाइट जारी कर दी। पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि ऐसा इसलिए किया गया था ताकि विजय गोयल को इस मुद्दे को उठाने का श्रेय नहीं मिल सके।
रात में आंख खुली तो जारी किया प्रदर्शन का फरमानः
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ‘बिहार के बीमार’ पर मीडिया को बाइट देने के बाद शांत हो गए। अपरान्ह 3 बजे पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने इस मुद्दे पर प्रेस वार्ता की। इसके बाद सब कुछ शांत रहा। लेकिन प्रदेश नेतृत्व की आंख अचानक रात को खुली और करीब 10 बजे जिला अध्यक्षों को फोन करके कहा गया कि ‘बिहार के बीमार’ मुद्दे पर दिल्ली बीजेपी मंगलवार को प्रदर्शन करेगी। ज्यादातर जिला अध्यक्ष और प्रदेश बीजेपी के नेता आजकल रामलीलाओं में व्यस्त हैं। इसके चलते कार्यक्रम तय करने में और देरी हो गई। आखिर मासिक बैठक में भाग लेने वाले करीब 3 हजार लोगों को रात्रि 11ः20 बजे मंगलवार के प्रदर्शन का मैसेज भेजा गया।
11ः30 के बाद मीडिया को मैसेजः
प्रदेश नेतृत्व की लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को इतनी देरी से प्रदर्शन की सूचना दी गई। खास बात यह रही कि जब आधी से ज्यादा आबादी सो रही थी, तब प्रदर्शन के मैसेज भेजे गए। मीडिया को भी 11ः35 बजे के बाद प्रदर्शन का मैसेज भेजा गया।
पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं में नाराजगीः
प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी की कार्यप्रणाली को लेकर दिल्ली भाजपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। पिछले दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनकी वजह से कार्यकर्ताओं की परेशानी बढ़ जाती है। मंगलवार के प्रदर्शन की सूचना रात्रि 11 बजे के बाद मिलने की वजह से पार्टी के ज्यादातर जिला अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष व प्रमुख कार्यकर्ता नाराज बताए जा रहे हैं। एक पदाधिकारी के मुताबिक प्रदेश नेतृत्व केवल मीडिया में बने रहना और दिखना चाहते हैं, न तो वह जमीन पर कोई काम कर रहे हैं और नाही उनके पास कोई रणनीति है।