-क्रॉस वोटिंग से बीजेपी भी अपना दामन बचाने में रही नाकाम
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 25 फरवरी, 2023।
शुक्रवार को हुआ दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) की स्टेंडिंग कमेटी (Standing Committee) का चुनाव भले ही बड़े विवाद में फंस गया हो, लेकिन चुनाव के लिए हुए मतदान के दौरान जमकर क्रॉस वोटिंग हुई। आम आदमी पार्टी (AAP) तो पहले ही अपने कुछ पार्षदों को क्रॉस वोटिंग से नहीं रोक पाई थी, लेकिन शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी क्रॉस वोटिंग से अपना दामन नहीं बचा पाई। फिलहाल अब बीजेपी में अपने क्रॉस वोटिंग करने वालों की तलाश शुरू हो गई है।
शुक्रवार 24 फरवरी को स्टेंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों के चुनाव के लिए हुए मतदान में 250 में से 242 वोट डाले गये थे। बताया जा रहा है कि बीजेपी के करीब आधा दर्जन निगम पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की है। वहीं आम आदमी पार्टी के एक निगम पार्षद पवन तो शुक्रवार की सुबह को ही बीजेपी में शामिल हो गये थे। उनके अलावा भी आप के कई निगम पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की।
गौरतलब है कि आप के पास कुल 135 निगम पार्षद थे, लेकिन एक निगम पार्षद के पाला बदल लेने के बाद उसके पास कुल 134 वोट रह गये हैं। लेकिन आप के 4 उम्मीदवारों को इस संख्या से कहीं ज्यादा वोट मिले। दूसरी ओर बीजेपी के पास 106 निगम पार्षद हैं। लेकिन बीजेपी को इतनी बढ़त नहीं मिल सकी। यही कारण है कि सुरक्षित स्थति में रहने के बावजूद बीजेपी के उम्मीदवारों को उम्मीद के मुताबिक वोट नहीं मिल सके।
जोन के चुनाव में भी हो सकती है मुश्किल
सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं ने बीजेपी के कई पार्षदों को साध लिया है। आने वाले दिनों में सभी 12 जोन के चेयरमैन, डिप्टी चेयरमैन और स्टेंडिंग कमेटी के लिए एक-एक सदस्य का चुनाव होना है। ऐसे में यदि बीजेपी अपने पार्षदों को बांधकर रख पाने में नाकाम रहती है तो उसे जोन के चुनाव में परेशानी हो सकती है। वैसे भी 12 जोन में से फिलहाल आप और बीजेपी 6-6 जोन में बहुमत में हैं। यदि क्रॉस वोटिंग हुई तो यह आंकड़ा नीचे भी आ सकता है।