AAP का विधानसभा में वापसी का फॉर्मूला… 50 फीसदी से ज्यादा विधायकों के कटेंगे टिकट

-‘एंटी इनकंबेंसी’ से पार पाने के लिए दूसरे दलों के मजबूत नेताओं पर भी आप नेतृत्व की नजर
-दो दर्जन निगम पार्षदों की खुल सकती है किस्मत, मिल सकता है विधायक बनने का मौका

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 26 नवंबर।
दिल्ली विधानसभा चुनाव की अभी घोषणा नहीं हुई है। परंतु आप नेतृत्व ने 11 उम्मीदवारों वाली पहली सूची में अपने मौजूदा तीन विधायकों के टिकट काटकर यह स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में चौथी बार अपनी सरकार बनाने के लिए अरविंद केजरीवाल बड़े से बड़ा निर्णय लेने में पीछे नहीं हटेंगे। बीजेपी से आये अनिल झा, बीबी त्यागी और ब्रह्म सिंह तंवर को पहली सूची में शामिल कर लिया है। इसी तरह कांग्रेस से आये तीन लोगों के नाम भी आप ने पहली सूची में ही शामिल कर लिए हैं।
आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल विशेष रणनीति के तहत काम कर रहे हैं। उन्होंने बीजेपी के विधायकों वाली रोहताश नगर, घोंडा, करावल नगर, विश्वास नगर और लक्ष्मी नगर सीटों से अपने उम्मीदवार पहले ही घोषित कर दिये हैं, ताकि उन्हें ज्यादा मेहनत और मतदाताओं तक पहुंचने का पूरा समय मिल सके। दक्षिणी दिल्ली की छतरपुर सीट से आप विधायक करतार सिंह तंवर बीजेपी में शामिल हो गये थे तो इस सीट से भी केजरीवाल ने बीजेपी से आये बृह्म सिंह तंवर को अपना उम्मीदवार पहले ही घोषित कर दिया है। जबकि बीजेपी में अभी तक विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों के नामों पर कोई चर्चा ही शुरू नहीं हो पाई है।
आम आदमी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि कई लोग तीन बार से विधायक हैं तो कई लोग दो बार से लगातार अपना एमएलए का कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं। इनमें से कुछ लोगों के खिलाफ एंटी इनकंबैंसी भी सामने आ रही है। आप के कुछ विधायकों की छवि जनता के बीच कुछ धूमिल हुई है। अतः पार्टी नेतृत्व ऐसे लोगों का टिकट काटकर अपने दूसरे नेताओं को देने पर विचार कर रहा है।
दो दर्जन पार्षदों व पूर्व पार्षदों को मिल सकता है मौका
आप से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी के दो दर्जन से ज्यादा निगम पार्षदों और पूर्व पार्षदों को दिल्ली विधानसभा चुनाव में टिकट मिल सकता है। उम्मीदवारों के चेहरे बदलने से पार्टी को एंटी इनकंबैंसी का सामना भी नहीं करना पड़ेगा और अरविंद केजरीवाल के नाम पर वोट भी मिल जायेंगे। पार्टी के पूर्व निगम पार्षद मनोज त्यागी को पहले ही आप ने करावल नगर सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
स्थानीय नेताओं के साथ खुद बैठकें कर रहे केजरीवाल
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहली बार विधानसभा चुनाव को लेकर इतने सक्रिय नजर आ रहे हैं। केजरीवाल अभी तक निगम पार्षदों के साथ ही मंडल अध्यक्षों, जिला अध्यक्षों और दूसरे वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ खुद बैठक कर रहे हैं। केवल इतना ही नहीं जब से पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल से बाहर आये हैं तभी से अलग अलग विधानसभा क्षेत्रों में संपर्क अभियान में जुटे हैं और इसके बाद केजरीवाल जेल से बाहर आये और दोनों नेता कई विधानसभा क्षेत्रों में जाकर लोगों से संपर्क साध चुके हैं।