-15 लाख बनाम 100 करोड़ के बयान से नाराज मुस्लिम संगठन ने किया ऐलान
-एआईएमआईएम प्रवक्ता के बयान का देश भर में सामाजिक संगठनों द्वारा विरोध
टीम एटूजैड/ मुजफ्फरपुर
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (ऐआईएमआईएम) और इसके नेताओं के देश विरोधी बयानों की खिलाफत में अब मुस्लिम संगठन ही आगे आ गए हैं। बिहार के एक मुस्लिम सामाजिक संगठन ने एआईएमआईएम प्रवक्ता वारिस पठान का सिर काटकर लाने वाले को 11 लाख रूपये देने का ऐलान किया है। पठान ने 20 फरवरी गुरुवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में हुई सभा के दौरान विवादित बयान दिया था। पठान ने कहा था कि हम 15 करोड़ हैं लेकिन उन 100 करोड़ पर भारी हैं। इस बयान के बाद देश भर में सियासी घमासान जारी है और अब मुस्लिम संगठन भी खुलकर उनके खिलाफ आ गए हैं।
शुक्रवार 21 फरवरी को बिहार के मुजफ्फरपुर में कंपनी बाग रोड में कुछ हिंदू और मुस्लिम संगठनों ने पठान के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया। पठान के मुजफ्फरपुर के ही एक अल्पसंख्यक सामाजिक संगठन हक-ए-हिंदुस्तान मोर्चा ने वारिस पठान का सिर कलम करने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। हक-ए-हिंदुस्तान मोर्चा नामक संगठन के संयोजक तमन्ना हाशमी ने पठान के बयान की कड़ी निंदा करते हुए देश विरोधी बताया।
इससे पहले पठान के पोस्टर को लेकर लोगों ने विरोध मार्च निकाला। विरोध स्वरूप लोगों ने पोस्टर पर लगी पठान की तस्वीर को जूते मारे और उसे जला दिया। लोगों ने पठान के बयान को देश विरोधी बताया और कड़ी आलोचना की। बता दें कि हैदराबाद और महाराष्ट्र के बाद बिहार एक मात्र ऐसा राज्य है जहां असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी का कुछ अस्तित्व है। ओवैसी की पार्टी ने कुछ महीने पहले राज्य की किशनगंज विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में जीत हासिल की थी।
किशनगंज सीट पर जीत से उत्साहित एआईएमआईएम ने इसी साल नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में बिहार की सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी लड़ाने का ऐलान किया है। ऐसे में वारिस पठान के बयान को लेकर बिहार में भी भारी विरोध है। इसके चलते ओवैसी की पार्टी को नुकसान हो सकता है। वारिस पठान ने अपना विवादित बयान कर्नाटक के गुलबर्गा में सीएए विरोध में आयोजित एक जनसभा में दिया था।