-अनुसूचित जाति के नेताओं के बीच प्रदेश बीजेपी कार्यालय में झगड़ा
-प्रदेश बीजेपी नेतृत्व पर गुटबाजी को बढ़ावा देने का आरोप
टीम एटूजेड/ नई दिल्ली
राजधानी में विधानसभा चुनाव का बुखार नेताओं के सिर चढ़कर बोल रहा है। दिल्ली बीजेपी में माहौल लगातार बिगड़ता जा रहा है। इसे प्रदेश बीजेपी नेतृत्व की अक्षमता कहें या पार्टी में नेतृत्व की अस्वीकार्यता कि नेताओं के बीच गुटबाजी लगातार बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को दिल्ली बीजेपी कार्यालय में सरेआम गाली-गलौज की गई। यह नजारा 29 नवंबर की सांय अनुसूचित जाति के नेताओं की एक बैठक के बाद देखने को मिला। खास बात यह है कि घटना के बाद पार्टी के अंदर प्रदेश नेतृत्व के ऊपर स्थिति को सही ढंग से नहीं संभाल पाने के आरोप लग रहे हैं।
दरअसल शुक्रवार को पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा की एक बैठक का आयोजन दिल्ली बीजेपी के पंत मार्ग स्थित कार्यालय में किया गया था। इस बैठक में दिल्ली में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर पार्टी की जीत के लिए रणनीति बनाई जानी थी। लेकिन बैठक के अंदर ही अनुसूचित जाति मोर्चा के दो नेताओं के बीच कहासुनी हो गई। कहासुनी इतनी ज्यादा बढ़ी कि बैठक के अंदर की लड़ाई बंद कमरे के बाहर बीजेपी कार्यालय के परिसर में आ गई।
इस बात की तस्दीक बीजेपी के ही कुछ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने की है।
इस मामले में झगड़ा करने वाले दोनों नेताओं ने स्वीकार किया है कि उनके बीच झगड़ा हुआ था। दिल्ली बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष मोहन लाल गिहारा की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई इस बैठक में दुष्यंत गौतम, रमेश चंद्र रत्न, योगेंद्र चंदोलिया, राहुल गौतम, आनंद राजपाल और कर्म चंद्र कर्मा मौजूद थे। इस संबंध में दिल्ली बीजेपी के कई प्रवक्ताओं और मीडिया विभाग के पदाधिकारियों से जानकारी के लिए संपर्क हुआ लेकिन उन्होंने इस मामले में कुछ भी बोलने से मना कर दिया।