31 को दिवाली, जानें पूजा का मुहूर्त और पांच दिवसीय अनुष्ठान

-29 अक्टूबर को धनतेरस पर्व से होगा पंच दिवसीय महापर्व का शुभारंभ

ज्योतिषी शिवम गोयल/ नई दिल्लीः 24 अक्टूबर।

इस दीपावली का पंच दिवसीय पर्व 29 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। धनतेरस 29 को, छोटी दीवाली 30 को, बड़ी दीपावली 31 अक्‍टूबर, दिन गुरुवार को मनाई जाएगी। गोवर्धन पूजा दीपावली के अगले दिन होती है। इसे अन्‍नकूट पर्व के नाम से भी जाना जाता है। गोवर्घन पूजा 2 नवंबर को की जाएगी। कार्तिक मास के शुक्‍ल पक्ष की द्वितीया को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस साल भाई दूज 3 नवंबर को मनाई जाएगी।
धनतेरस पर्व
धनतेरस कार्तिक मास के कृष्‍ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाई जाती है। इस साल धनतेरस 29 अक्‍टूबर मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन चाँदी, घर के लिए नए बर्तन, स्टील, झाड़ू, कनक और गुड खरीदना शुभ रहेगा। इस दिन भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन को धनतेरस के रूप में मनाया जाता है। श्री मार्तण्ड पंचांग के अनुसार, इस साल धनतेरस का पर्व मंगलवार, 29 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस दिन पूजा का शुभ समय इस प्रकार रहने वाला है-
धनतेरस पूजा मुहूर्त – शाम 06 बजकर 39 मिनट से रात 08 बजकर 04 मिनट तक
प्रदोष काल – शाम 05 बजकर 30 मिनट से रात 08 बजकर 10 मिनट तक
वृषभ काल – शाम 06 बजकर 10 मिनट से 09 बजकर 21 मिनट तक
छोटी दीपावली
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को छोटी दिवाली मनाई जाती है। छोटी दिवाली इस बार 30 अक्‍टूबर को मनाई जाएगी। इसे नरक चतुर्दशी भी कहते हैं। इसी दिन हनुमान जयंती भी मनाई जाएगी। इस दिन हनुमानजी को बूंदी के लड्डू, चने के सतु, मखाने की खीर और बेसन के मोतक का भोग लगाना और चोला चढ़ाना भी बहुत शुभ माना जाता है। पंचांग के अनुसार इस बार छोटी दिवाली पर पूजा का शुभ महूर्त का समय शाम को 6 बजकर 38 मिनट से 8 बज कर 55 मिनट तक रहेगा।
दीपावली पर्व
दिवाली हमेशा कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाती है। इस बार अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर बाद 3 बजकर 52 मिनट से शुरू होगी। यह तिथि अगले दिन यानि 1 नवंबर को शाम 6 बजकर 16 मिनट तक रहेगी। इसलिए 31 अक्टूबर की रात को ही दिवाली मनाई जाएगी। दिवाली की पूजा प्रदोष काल के बाद की जाती है। इसलिए इस बार लक्ष्मी पूजन, काली पूजन और निशिथ काल की पूजा 31 अक्टूबर की रात को होगी। मध्य रात्रि की पूजा भी 31 अक्टूबर को ही होगी। हालांकि, अमावस्या से जुड़े कुछ कर्म 1 नवंबर को किए जाएंगे। दान-पुण्य और पितृ कर्म 1 नवंबर को सुबह करना उचित रहेगा।
दिवाली की पूजा का लक्ष्मी पूजन महूर्त 31 अक्टूबर को रात को 11 बजकर 29 मिनट पर शुरू होकर देर रात 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। प्रदोष काल शाम को 05 बजकर 10 मिनट से लेकर 08 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। वृषभ लगन में लक्ष्मी पूजन का महूर्त शाम को 6 बजकर 10 मिनट से लेकर रात को 8 बजकर 20 मिनट तक रहेगा।
गोवर्धन पूजा मुहूर्त
दीपावली के एक दिन बाद गोवर्धन पूजा की जाती है। ऐसे में गोवर्धन पूजा शनिवार 02 अक्टूबर को की जाएगी। जिस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहने वाला है –
गोवर्धन पूजा प्रातःकाल मुहूर्त – सुबह 06 बजकर 34 मिनट से सुबह 08 बजकर 46 मिनट तक
गोवर्धन पूजा सायाह्न काल मुहूर्त – दोपहर 03 बजकर 23 मिनट से शाम 05 बजकर 35 मिनट तक
भाई दूज
इस साल भाई बहन के स्नेह का प्रतीक भाई दूज रविवार, 03 नवम्बर को मनाया जाएगा। इस दिन को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं भाई दूज का शुभ मुहूर्त क्या रहने वाला हैः-
भाई दूज अपराह्न समय – दोपहर 01 बजकर 10 से दोपहर 03 बजकर 22 मिनट तक

-ज्योतिषी शिवम गोयल
(कुंडली एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ)
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(यह आलेख भारतीय सनातन परंपरा एवं ज्योतिषीय सिद्धांतों पर आधारित है और जनरूचि को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसके लिए कोई विशेष दावा नहीं है। अपने समाचार, लेख एवं विज्ञापन छपवाने हेतु संपर्क करेंः- ईमेलः newsa2z786@gmail.com मोबाइलः 9810103181)